Pradosh Vrat 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार अभी सावन का महीना चल रहा है और इस माह का आखिरी प्रदोष व्रत 6 अगस्त को पड़ रहा है। इस दिन भक्त भगवान शिव की विधि विधान से पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं माना जाता है कि सावन प्रदोष पर शिव पूजा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और कष्टों का निवारण हो जाता है। कुछ ऐसे काम हैं, जिन्हें प्रदोष के दिन भूलकर भी नहीं करना चाहिए तो हम आपको उन्हीं कार्यों के बारे में बता रहे हैं।
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सावन प्रदोष पर क्या नहीं करना चाहिए?
तामसिक चीजों का सेवन

सावन प्रदोष व्रत वाले दिन भूलकर भी लहसुन, प्याज, मांस मदिरा आदि तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से भगवान शिव नाराज़ हो जाते हैं और कष्टों का सामना करना पड़ सकता है।
साधारण नमक का सेवन
प्रदोष व्रत वाले दिन भूलकर भी साधारण नमक का सेवन नहीं करना चाहिए ऐसा करने से व्रत टूट सकता है। इस दिन सेंधा नमक का प्रयोग करना अच्छा माना जाता है। इसके अलावा काले, नीले और गहरे रंग के वस्त्रों को भी धारण नहीं करना चाहिए।
तुलसी न चढ़ाएं
सावन के आखिरी प्रदोष व्रत वाले दिन शिव की पूजा के दौरान भूलकर भी तुलसी, केतकी के पुष्प नहीं अर्पित करना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से भगवान नाराज़ होते हैं इस दिन शिव को बेलपत्र, धतूरा और आक के पुष्प चढ़ाना अच्छा माना जाता है।
शंख का प्रयोग
शिव पूजा में भूलकर भी शंख से जल अर्पित नहीं करना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से व्रत पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है और कष्ट उठाना पड़ता है।
न करें अपमान
सावन के आखिरी प्रदोष के दिन भूलकर भी किसी का अपमान नहीं करना चाहिए और न ही से घर से खाली हाथ भेजना चाहिए। इस दिन दान पुण्य करना अच्छा माना जाता है।
मन को शांत रखें
व्रत पूजा के दौरान मन को शांत और पवित्र रखना अच्छा माना जाता है इस दिन मन में किसी भी तरह का गलत विचार नहीं आने देना चाहिए वरना भोलेनाथ की कृपा नहीं होती है और न ही पूजा का कोई फल मिलता है।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां पौराणिक कथाओं,धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। खबर में दी जानकारी पर विश्वास व्यक्ति की अपनी सूझ-बूझ और विवेक पर निर्भर करता है। प्राइम टीवी इंडिया इस पर दावा नहीं करता है ना ही किसी बात पर सत्यता का प्रमाण देता है।