Pradosh Vrat: सनातन धर्म में महादेव के भक्तों की कमी नहीं है ऐसे में भक्त प्रभु को प्रसन्न करने के लिए कई सारे व्रत पूजन भी करते हैं। ऐसे में अगर आप भी भगवान शिव को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो प्रदोष के दिन महादेव की विधि विधान से पूजा करें साथ ही उपवास आदि भी रखें।
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मान्यता है कि प्रदोष के दिन पूजा पाठ और व्रत करने से भगवान शिव की कृपा बरसती है और दुखों का निवारण हो जाता है। ज्येष्ठ माह का आखिरी प्रदोष व्रत 8 जून दिन रविवार को मनाया जाएगा। रविवार के दिन प्रदोष पड़ने के कारण ही इसे रवि प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है। ऐसे में अगर आप पहली बार प्रदोष व्रत कर रही हैं तो हम आपको इससे जुड़े नियम और पूजा की सरल विधि बता रहे हैं, तो आइए जानते हैं।

कैसे करें प्रदोष व्रत?
आपको बता दें कि प्रदोष व्रत वाले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण करें। फिर भगवान शिव का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प करें। अब पूजा स्थल को अच्छी तरह से साफ करें और भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा करें। शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, फूल और फल अर्पित करें इसके बाद प्रदोष व्रत की कथा पढ़ें और शिव चालीसा का पाठ भी करें। अगर संभव हो तो किसी मंदिर में जाकर शिवलिंग का जलाभिषेक कर बेलपत्र अर्पित करें।
संध्या काल भगवान शिव की विधि विधान से पूजा करें, आरती करें और प्रभु को भोग लगाएं। प्रदोष काल में रुद्राभिषेक करना भी उत्तम माना जाता है। इसके बाद कथा और आरती के साथ व्रत को पूर्ण करें। व्रती दिनभर उपवास करें और संध्या पूजा के बाद या फिर अगले दिन अपने व्रत को खोलें।
कैसे करें उद्यापन?
प्रदोष व्रत उद्यापन से एक दिन पहले भगवान गणेश की पूजा करें और रात्रि जागरण करें। फिर सुबह जल्दी उठकर स्नान कर पूजा के लिए मंडप सजाएं। शिव पार्वती की प्रतिमा स्थापित कर विधि विधान से भगवान की पूजा करें। इसके बाद हवन और कीर्तन करें। हवन में खीर का आहुति दें। गरीबों को भोजन कराएं, उन्हें वस्त्र और दक्षिणा देकर आशीर्वाद लें। इसके बाद प्रसाद ग्रहण कर व्रत का समापन करें।

Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां पौराणिक कथाओं,धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।खबर में दी जानकारी पर विश्वास व्यक्ति की अपनी सूझ-बूझ और विवेक पर निर्भर करता है।प्राइम टीवी इंडिया इस पर दावा नहीं करता है ना ही किसी बात पर सत्यता का प्रमाण देता है।