President Droupadi Murmu: द्रौपदी मुर्मू ने रचा इतिहास, राफेल में उड़ान भरने वाली बनीं पहली भारतीय राष्ट्रपति…

भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को इतिहास रचा, जब उन्होंने अंबाला एयरबेस से फ्रांस निर्मित राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरी। वह आधुनिक फाइटर जेट में उड़ान भरने वाली पहली भारतीय राष्ट्रपति बनीं।

Neha Mishra
President Droupadi Murmu
President Droupadi Murmu

President Droupadi Murmu: भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को इतिहास रच दिया जब उन्होंने अंबाला वायुसेना स्टेशन से फ्रांस निर्मित राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरी। यह पहली बार है जब देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन किसी व्यक्ति ने आधुनिक फाइटर जेट में उड़ान भरी हो। राष्ट्रपति मुर्मू ने इस अवसर पर एयरफोर्स की ओर से आयोजित विशेष कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया।

कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति ने पायलट सूट पहना और वायुसेना अधिकारियों के साथ ब्रीफिंग सत्र में भाग लिया। बताया जा रहा है कि उन्होंने अंबाला के आसमान में कुछ समय तक उड़ान भरकर वायुसेना की दक्षता और तकनीकी क्षमता का प्रत्यक्ष अनुभव किया।

Read more: Bigg Boss 19: प्रणित मोरे बने घर के नए कैप्टन, मृदुल तिवारी का कार्यकाल हुआ समाप्त

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और प्रोटोकॉल

राष्ट्रपति की इस ऐतिहासित उड़ान के चलते जिला प्रशासन और वायुसेना ने विशेष तैयारियों की। उपायुक्त अजय सिंह तोमर का कहना है कि राष्ट्रपति दिल्ली से सीधे हवाई मार्ग से अंबाला छावनी स्थित एयरफोर्स स्टेशन पहुंचीं। उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पूरे क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया।

एयरफोर्स स्टेशन के अंदर मोबाइल फोन ले जाने की मनाही थी, और केवल अधिकृत व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति दी गई। पूरे कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा एजेंसियों ने कड़ी निगरानी रखी और किसी भी बाहरी गतिविधि पर नजर बनाए रखी।

Read more: Bihar Election 2025: तेजस्वी यादव के नौकरी वादे पर बवाल! मैथिली ठाकुर ने कहा ‘संभव ही नहीं…’

भारत और राफेल विमान का सफर

भारत ने अपनी वायुसेना की मारक क्षमता को बढ़ाने के लिए फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद की थी। इन विमानों की पहली खेप 27 जुलाई 2020 को भारत पहुंची थी। उस समय पांच राफेल विमान फ्रांस के मेरिग्नैक एयरबेस से उड़ान भरकर संयुक्त अरब अमीरात के अल दफरा एयरबेस पर रुके और वहां से अंबाला एयरबेस पहुंचे थे।

भारत ने इन विमानों को अपनी 17वीं स्क्वॉड्रन “गोल्डन एरोज” में शामिल किया। इन विमानों के औपचारिक इंडक्शन समारोह का आयोजन 10 सितंबर 2020 को किया गया था, जिसमें भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली उपस्थित थीं।

Read more: Satish Shah Padma Shri: सतीश शाह को पद्मश्री देने की मांग, FWICE ने पीएम मोदी से की अपील

राफेल की विशेषताएं और महत्त्व

राफेल विमान अपनी आधुनिक तकनीक और युद्धक क्षमता के लिए प्रसिद्ध है। यह मल्टी-रोल फाइटर जेट हवा से हवा और हवा से जमीन दोनों तरह के मिशन को अंजाम देने में सक्षम है। अत्याधुनिक रडार सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट, और लंबी दूरी की मिसाइलें इसे किसी भी आधुनिक वायुसेना के लिए एक शक्तिशाली संपत्ति बनाती हैं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी 2019 में फ्रांस में राफेल में उड़ान भरकर इसकी क्षमता का अनुभव किया था। अब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की यह उड़ान न केवल भारतीय वायुसेना की गौरवगाथा को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि भारत की महिला नेतृत्व भी रक्षा क्षेत्र में समान रूप से सशक्त और प्रेरणादायी भूमिका निभा रहा है।

Read more: Lionel Messi का बड़ा ऐलान, रिटायरमेंट की अटकलों पर विराम, कहा– “मैं वर्ल्ड कप खेलना चाहता हूं”

Share This Article

अपना शहर चुनें

Exit mobile version