Independence Day 2025: भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 24 मिनट तक राष्ट्र को संबोधित किया। इस भाषण में उन्होंने आतंकवाद, विकास, लोकतंत्र, अर्थव्यवस्था, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अंतरिक्ष कार्यक्रम जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की।
ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ संकल्प
राष्ट्रपति ने पहलगाम हमले को कायरतापूर्ण और अमानवीय बताते हुए कहा कि भारत ने फौलादी संकल्प के साथ इसका जवाब दिया। ऑपरेशन सिंदूर में सेना ने सीमा पार आतंकियों के ठिकानों को नष्ट कर इतिहास में एक मिसाल कायम की। उन्होंने कहा, “हमारी एकता और रणनीतिक स्पष्टता ने आतंकवाद के खिलाफ हमारी जवाबी कार्रवाई को मजबूत बनाया।”
अर्थव्यवस्था की मजबूती और विकास
द्रौपदी मुर्मू ने पिछले वित्त वर्ष में भारत की 6.5% की GDP वृद्धि दर को प्रमुख उपलब्धि बताया। मुद्रास्फीति नियंत्रण में रहने और निर्यात बढ़ने की बात करते हुए उन्होंने कहा,“श्रमिकों, किसानों और कुशल आर्थिक प्रबंधन के कारण भारत विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।”
कश्मीर में रेल सेवा का शुभारंभ
राष्ट्रपति ने कश्मीर घाटी में रेल सेवा शुरू होने को ऐतिहासिक उपलब्धि कहा। भारतमाला परियोजना के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क विस्तार और नई तकनीक वाली रेलगाड़ियों के उपयोग को भी उन्होंने विकास के संकेत बताया। “यह परियोजना कश्मीर में व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देगी और नई आर्थिक संभावनाओं के द्वार खोलेगी।”
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और तकनीकी प्रगति
मुर्मू ने इंडिया-AI मिशन का उल्लेख किया, जिसका उद्देश्य भारत को 2047 तक एक वैश्विक AI हब बनाना है। इस मिशन के तहत भारत की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने वाले मॉडल विकसित किए जाएंगे, ताकि तकनीक से सामान्य जनजीवन में सुधार हो।“AI हमारे जीवन और प्रशासन-व्यवस्था में बदलाव लाने का अगला चरण है।”
अंतरिक्ष मिशन और युवा प्रतिभाओं का योगदान
राष्ट्रपति ने अंतरिक्ष कार्यक्रम के विस्तार पर गर्व जताया और शुभांशु शुक्ला की अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन यात्रा को प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा ‘गगनयान’ मानव अंतरिक्ष उड़ान के लिए सहायक साबित होगी। “हमारे युवा खेलों और विज्ञान के क्षेत्र में देश का मान बढ़ा रहे हैं। राष्ट्रीय खेल नीति 2025 के तहत भारत एक वैश्विक खेल महाशक्ति बनेगा।”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू: एक प्रेरक नेतृत्व
द्रौपदी मुर्मू भारत की 15वीं राष्ट्रपति, पहली आदिवासी महिला और दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। 64 वर्ष की उम्र में उन्होंने 2022 में सबसे कम उम्र में राष्ट्रपति बनने का रिकॉर्ड बनाया। उनका यह भाषण देश में संविधान, लोकतंत्र और विकास के प्रति विश्वास को और मजबूत करता है। राष्ट्रपति मुर्मू का संबोधन न केवल देश की उपलब्धियों और चुनौतियों का सार था, बल्कि यह भारत को आत्मनिर्भर, समावेशी और प्रगतिशील राष्ट्र बनाने के संकल्प को भी दर्शाता है। आतंकवाद के खिलाफ सशस्त्र बलों की सफलता, आर्थिक मजबूती, तकनीकी नवाचार और युवा प्रतिभाओं का उत्थान भारत की तेजी से उभरती ताकत को बयां करता है।
