Punjab Politics: कांग्रेस पार्टी ने नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू को पार्टी से सस्पेंड कर दिया है। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा बडिंग ने यह निर्णय लिया, और नवजोत कौर को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया। नवजोत कौर के खिलाफ यह कार्रवाई उनके द्वारा हाल ही में दिए गए बयान के बाद हुई, जिसमें उन्होंने कांग्रेस की आंतरिक राजनीति और मुख्यमंत्री पद को लेकर विवादास्पद टिप्पणियां की थीं।
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नवजोत कौर सिद्धू का विवादास्पद बयान
शनिवार, 6 दिसंबर 2025 को चंडीगढ़ में मीडिया से बात करते हुए नवजोत कौर ने एक बेहद संवेदनशील बयान दिया था। उन्होंने कहा था, “हमारे पास किसी पार्टी को 500 करोड़ रुपए देने के लिए पैसे नहीं हैं।” उनका इशारा मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों की ओर था, जिनके बारे में उन्होंने यह दावा किया कि जो व्यक्ति 500 करोड़ रुपए की ‘सूटकेस’ देता है, वही मुख्यमंत्री बनता है।
इसके बाद उन्होंने कहा, “अगर कांग्रेस नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करती है, तो वह सक्रिय राजनीति में लौट सकते हैं। लेकिन, उनके पास मुख्यमंत्री बनने के लिए पैसे नहीं हैं।” उनका यह बयान कांग्रेस पार्टी और पार्टी नेताओं के लिए विवाद का कारण बना।
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नवजोत कौर के बयान के कारण कांग्रेस में हलचल

नवजोत कौर के इस बयान के बाद कांग्रेस में हलचल मच गई। उनके बयान ने कांग्रेस के आंतरिक मुद्दों को उजागर किया और पार्टी में असहमति की स्थिति को सामने लाया। नवजोत कौर ने यह आरोप भी लगाया कि मुख्यमंत्री पद की दावेदारी केवल पैसों के बल पर तय की जाती है, न कि काबिलियत या जनता की भलाई के आधार पर।
कांग्रेस नेतृत्व ने इसे गंभीरता से लिया और उनके बयान को अनुशासनहीनता मानते हुए कार्रवाई की। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा बडिंग ने स्पष्ट किया कि नवजोत कौर सिद्धू का यह बयान पार्टी की नीतियों और अनुशासन के खिलाफ है, इसलिए उन्हें पार्टी से सस्पेंड किया गया है।
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नवजोत कौर की राजनीति में वापसी की संभावना
नवजोत कौर ने यह भी कहा था कि यदि कांग्रेस पार्टी नवजोत सिंह सिद्धू को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करती है, तो वे राजनीति में वापस लौटने के लिए तैयार हैं। इस बयान से यह भी स्पष्ट हुआ कि नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर कांग्रेस के अंदर कुछ असमंजस था और नवजोत कौर ने इस मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त किए।
उनके इस बयान ने कांग्रेस पार्टी को मुश्किल में डाल दिया, खासकर उस समय जब पार्टी आगामी पंजाब विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी हुई है। नवजोत कौर के आरोप ने कांग्रेस के नेतृत्व पर सवाल खड़े किए, जिससे पार्टी की अंदरूनी राजनीति और भी खुलकर सामने आई।

