Putin Dinner Invite: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिवसीय भारत यात्रा पर हैं। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन का आत्मीय स्वागत किया। पुतिन को एयरपोर्ट पर खुद रिसीव करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी उन्हें अपनी कार में लेकर पीएम आवास गए। वहां, पीएम मोदी ने पुतिन के लिए एक प्राइवेट डिनर होस्ट किया, जिसमें दोनों नेताओं ने आपसी संबंधों और सहयोग पर चर्चा की।
Putin Dinner Invite: पुतिन का राष्ट्रपति भवन दौरा और गार्ड ऑफ ऑनर
शुक्रवार को, पुतिन ने राष्ट्रपति भवन का दौरा किया, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद, पुतिन और पीएम मोदी के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। इस वार्ता के दौरान दोनों देशों के बीच कई अहम समझौतों पर सहमति बनी, जो भारत और रूस के रिश्तों को और भी मजबूत करेंगे। वार्ता के बाद, राष्ट्रपति भवन में पुतिन के सम्मान में एक भोज का आयोजन किया गया। इस भोज में विभिन्न प्रमुख हस्तियों को आमंत्रित किया गया, लेकिन कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे को निमंत्रण नहीं मिला।
Putin Dinner Invite: कांग्रेस नेताओं को भोज में निमंत्रण न मिलने पर सवाल
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्षी नेता राहुल गांधी को राष्ट्रपति भवन के भोज में निमंत्रण नहीं दिया गया है। इसके बजाय, कांग्रेस सांसद शशि थरूर को विदेश मामलों की संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में भोज में आमंत्रित किया गया है। यह कदम कांग्रेस नेताओं के लिए चौंकाने वाला था, क्योंकि आमतौर पर ऐसे अवसरों पर विपक्षी नेताओं को भी बुलाया जाता है।
राहुल गांधी का सरकार पर आरोप
राहुल गांधी ने इस अवसर पर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “आमतौर पर यह परंपरा रही है कि जब भी कोई विदेशी मेहमान आता है, तो वह नेता प्रतिपक्ष से मुलाकात करता है। यह वाजपेयी जी और मनमोहन सिंह जी के शासन में भी होता था। लेकिन आजकल सरकार जानबूझकर विपक्षी नेताओं से मुलाकात करने से मना कर देती है। यह उनकी नीति बन गई है।” राहुल गांधी का यह बयान ऐसे समय में आया जब पुतिन भारत दौरे पर थे और विपक्षी नेताओं के मुलाकात से इनकार करने पर विवाद खड़ा हुआ।
भाजपा ने राहुल गांधी के आरोपों का किया खंडन
राहुल गांधी के आरोपों का जवाब भाजपा नेता संबित पात्रा ने दिया। उन्होंने कहा, “विदेशी मेहमानों की विपक्षी नेताओं से मुलाकात में सरकार का कोई दखल नहीं होता। यह व्यक्तिगत निर्णय है और हर विदेशी दौरे में इस तरह के निर्णय लिए जाते हैं।” पात्रा ने स्पष्ट किया कि भारत की नीति हमेशा मेहमानों की स्वागत और सम्मान के मामले में पारदर्शी रही है और इस मामले में भी ऐसा ही होगा।
व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी के स्वागत के लिए उनका आभार व्यक्त किया और कहा, “आपने मुझे बहुत अच्छे से रिसीव किया, इसके लिए मैं आपका धन्यवाद करता हूं।” पुतिन ने कहा कि रूस और भारत के रिश्ते पहले से मजबूत हुए हैं और दोनों देशों के बीच कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ा है। इसके अलावा, पुतिन ने पीएम मोदी के “मेक इन इंडिया” प्रोग्राम की सराहना करते हुए कहा कि रूस इस पहल में भारत की मदद करेगा, जो पीएम मोदी के दिल के करीब है।
भारत-रूस रिश्ते नई ऊंचाइयों पर
पीएम मोदी ने पुतिन की जमकर तारीफ की और कहा कि भारत-रूस रिश्ते आज नई ऊंचाइयों पर पहुंच चुके हैं। दोनों नेताओं के बीच इस बैठक में कई महत्वपूर्ण समझौतों पर सहमति बनी, जो आने वाले समय में दोनों देशों के बीच सहयोग को और भी बढ़ावा देंगे।पुतिन की भारत यात्रा के दौरान, दोनों देशों ने व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, और विज्ञान के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए कई कदम उठाने का निर्णय लिया। इस यात्रा से यह स्पष्ट है कि भारत और रूस अपने द्विपक्षीय संबंधों को और भी मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
Read More : SIR Controversy: UP में अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की शिनाख्त,कैमरे पर कैद हुए हजारों घुसपैठिए
