Putin India Visit: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार को भारत पहुंचे। उनका विमान शाम लगभग 7 बजे दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। पुतिन भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत यात्रा पर आए हैं। उनकी इस यात्रा पर वैश्विक ध्यान केंद्रित है, और एयरपोर्ट पर उनके स्वागत की तैयारियां खास रही। पुतिन के स्वागत के लिए पालम एयरपोर्ट पर रेड कार्पेट बिछाया गया और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी एयरपोर्ट पर पहले से मौजूद थे।
Putin India Visit: पीएम मोदी ने पुतिन का किया स्वागत
एयरपोर्ट पर व्लादिमीर पुतिन का स्वागत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद मौजूद थे। जैसे ही पुतिन विमान से बाहर आए, मोदी ने उन्हें गले लगाकर भव्य स्वागत किया। यह पुतिन के प्रति भारत के मित्रवत संबंधों का प्रतीक था, खासकर इस समय जब अंतरराष्ट्रीय राजनीति में कई मुद्दे उभरकर सामने आ रहे हैं। पुतिन का यह भारत दौरा रूस और भारत के बीच सामरिक, आर्थिक और कूटनीतिक संबंधों को और भी मजबूत करेगा।
Putin India Visit: पीएम मोदी की ओर से डिनर होस्ट किया जाएगा
पुतिन का यह भारत दौरा 4 साल बाद हो रहा है, और रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच उनका भारत आना खास महत्व रखता है। इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुतिन के सम्मान में डिनर होस्ट करेंगे। यह डिनर द्विपक्षीय संबंधों के मजबूत होने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। अगले दिन, यानी शुक्रवार को पीएम मोदी और पुतिन के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी, जिसमें दोनों देशों के संबंधों को और बेहतर बनाने के लिए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी।
भारत और रूस के बीच महत्वपूर्ण डिफेंस डील
भारत और रूस के बीच इस महत्वपूर्ण यात्रा के दौरान कई अहम डिफेंस डील हो सकती हैं। इसमें ब्रह्मोस मिसाइल के एडवांस वर्जन पर समझौता हो सकता है, जो पहले से ज्यादा घातक और प्रभावी होगा। इसके अलावा, SU-57 लड़ाकू विमान और S-400 और S-500 एयर डिफेंस सिस्टम पर भी चर्चा होने की संभावना है। इन डिफेंस डीलों का उद्देश्य दोनों देशों के बीच सुरक्षा और रक्षा संबंधों को और मजबूत करना है।
तेल आपूर्ति और ऊर्जा क्षेत्र पर चर्चा
इसके अलावा, रूस और भारत के बीच तेल और ऊर्जा क्षेत्र में भी बात होने की उम्मीद है। रूस से तेल खरीदने के मुद्दे पर दोनों नेताओं के बीच चर्चा हो सकती है, खासकर इस समय जब पश्चिमी देशों की ओर से रूस पर कई प्रतिबंध लगाए गए हैं। पुतिन की भारत यात्रा के दौरान, भारत और रूस ऊर्जा, व्यापार और अन्य रणनीतिक मामलों पर भी चर्चा करेंगे, जो दोनों देशों के आर्थिक संबंधों को और मजबूत करेगा।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा दोनों देशों के संबंधों के लिए ऐतिहासिक साबित हो सकता है। इस यात्रा के दौरान किए जाने वाले समझौतों से भारत और रूस के बीच सैन्य, व्यापार, ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में सहयोग में वृद्धि हो सकती है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता और डिनर से यह यात्रा और भी महत्वपूर्ण बन गई है, और पुतिन का स्वागत भारत की मजबूत कूटनीतिक और सामरिक साझेदारी को दर्शाता है।
