Alaska Summit 2025: पुतिन-ट्रंप की अलास्का में ऐतिहासिक मुलाकात, पुतिन बोले- ट्रंप राष्ट्रपति होते तो युद्ध नहीं होताअमेरिका के अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई मुलाकात कई मायनों में ऐतिहासिक रही। 10 साल बाद अमेरिका आए पुतिन ने जैसे ही ट्रंप से मुलाकात की, उन्होंने हाथ मिलाते हुए उन्हें “मेरे प्यारे पड़ोसी” कहकर संबोधित किया। पुतिन ने कहा, “आपको स्वस्थ और जीवित देखकर बहुत अच्छा लगा।” यह बयान उन्होंने हाल ही में ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले के संदर्भ में दिया, जिससे ट्रंप बाल-बाल बचे थे।
रचनात्मक और सम्मानजनक माहौल में हुई बातचीत
मुलाकात के बाद पुतिन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि दोनों नेताओं के बीच चर्चा सकारात्मक और रचनात्मक माहौल में हुई। उन्होंने कहा, “हमारे देश भले ही एक-दूसरे से बहुत अलग हों, लेकिन जब भी हम मिलते हैं, कुछ अच्छा जरूर निकलता है। पुतिन ने अमेरिका आने के न्यौते के लिए ट्रंप का आभार भी जताया और कहा कि इस बैठक से दोनों देशों के बीच संवाद को मजबूती मिली है।
‘द बीस्ट’ में ट्रंप के साथ बैठे पुतिन, सैन्य सम्मान भी मिला
अमेरिकी एयरस्पेस में जैसे ही पुतिन का विमान उतरा, अमेरिकी सेना ने उन्हें सम्मानित करने के लिए लड़ाकू विमानों और B-2 स्टील्थ बॉम्बर की फ्लाईपास्ट करवाई। एयरपोर्ट पर ट्रंप ने न केवल गर्मजोशी से स्वागत किया, बल्कि उन्हें अपनी राष्ट्रपति कार ‘द बीस्ट’ में भी साथ बिठाया। पुतिन अपने पारंपरिक रूसी काफिले के बजाय ट्रंप के साथ यात्रा करते नजर आए, जो दोनों नेताओं के बीच संबंधों की नजदीकी को दर्शाता है।
तीन घंटे चली बैठक, कोई समझौता नहीं
ट्रंप और पुतिन के बीच बातचीत करीब तीन घंटे चली, जिसमें वैश्विक सुरक्षा, ऊर्जा और यूक्रेन संकट जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। हालांकि, किसी ठोस समझौते पर दोनों नेता नहीं पहुंच सके।ट्रंप की आलोचना इस बात को लेकर भी हुई कि उन्होंने पुतिन के लिए विशेष स्वागत किया, उन्हें पहले बोलने दिया और फिर भी कोई समाधान नहीं निकला। विपक्षी नेताओं ने इसे अमेरिका की कमजोरी बताया।
पुतिन का बड़ा दावा: ट्रंप राष्ट्रपति होते तो यूक्रेन युद्ध नहीं होता
बैठक के दौरान पुतिन ने यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर 2022 में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप होते, तो यह संघर्ष कभी शुरू नहीं होता। पुतिन ने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में अमेरिका-रूस संबंधों में काफी गिरावट आई है। अब वक्त है कि हम स्थिति को सुधारें और सहयोग की दिशा में आगे बढ़ें।” पुतिन और ट्रंप की यह मुलाकात भले ही किसी ठोस समझौते पर नहीं पहुंची हो, लेकिन दोनों नेताओं की व्यक्तिगत केमिस्ट्री और बयानबाजी ने वैश्विक राजनीति में हलचल मचा दी है। पुतिन द्वारा ट्रंप की प्रशंसा और यूक्रेन युद्ध को लेकर दिया गया बयान आने वाले अमेरिकी चुनावों में भी अहम भूमिका निभा सकता है।
