Radhika Yadav Murder Case: हरियाणा के गुरुग्राम में नेशनल लेवल टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस जघन्य वारदात में मुख्य आरोपी कोई और नहीं बल्कि खुद राधिका का पिता दीपक यादव है. अब तक सामने आए तथ्यों और मां के बयान से जो तस्वीर बन रही है, वह बेहद चौंकाने वाली है.
क्या टेनिस एकेडमी बना पिता की नफरत की वजह?
राधिका ने गुरुग्राम के सेक्टर-56 में खुद की टेनिस एकेडमी शुरू की थी. उसे लेकर वह काफी समर्पित थी और खुद ही संचालन कर रही थी. पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि दीपक बार-बार राधिका को एकेडमी बंद करने का दबाव बना रहा था, लेकिन राधिका ने इस बात को मानने से इनकार कर दिया था, जिससे दीपक का गुस्सा और बढ़ गया.
मां के बयान से खुली दीपक की असली मानसिकता
राधिका की मां ने पुलिस को दिए गए बयान में बताया कि दीपक एक शक करने वाला, सनकी और गुस्सैल इंसान था. वह न सिर्फ बेटी राधिका बल्कि अपनी पत्नी पर भी शक करता था. यहां तक कि एक बार उसने अपनी पत्नी से सिर्फ इसलिए झगड़ा किया क्योंकि वह अपने देवर से बात कर रही थी.
शक और सामाजिक तानों से था परेशान पिता
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दीपक आर्थिक रूप से सक्षम था और हर महीने करीब 3 लाख रुपये कमाता था. बावजूद इसके, गांव में लोगों की टिप्पणियां जैसे – “बेटी भी कमा रही है, तुम्हें तो अब कोई चिंता नहीं” – दीपक को चुभने लगीं। इन तानों ने उसके भीतर जलन और गुस्से को और हवा दी.
पिता ने एकेडमी बंद कराने के लिए बढ़ाया दबाव
दीपक ने इस बात को लेकर अपनी पत्नी से भी कहा कि राधिका को समझाए कि वह एकेडमी बंद कर दे। लेकिन जब राधिका ने इनकार कर दिया, तो दीपक का गुस्सा और सनक इस हद तक बढ़ गया कि उसने राधिका की हत्या कर दी.
आरोपी गिरफ्तार, कोर्ट में पेशी के बाद रिमांड पर
पुलिस ने दीपक यादव को गिरफ्तार कर लिया है और उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे एक दिन की रिमांड पर भेजा गया है. शनिवार को एक बार फिर उसकी कोर्ट में पेशी की गई. वहीं, राधिका के शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया और शुक्रवार शाम को गुरुग्राम में अंतिम संस्कार कर दिया गया.
राधिका की दिनचर्या में नहीं था कोई तनाव
राधिका सेक्टर-56 स्थित अपनी टेनिस एकेडमी में नियमित रूप से जाती थी. हत्या से पहले की सुबह उसने ग्राउंड कोऑर्डिनेटर को बारिश के कारण खेलने की स्थिति पूछते हुए मैसेज भी किया था. बीते दो हफ्तों से राधिका अपनी मां के साथ एकेडमी जाती थी और खिलाड़ियों के साथ खेलने के दौरान उसके चेहरे पर कभी कोई तनाव नजर नहीं आया.
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या एक बेटी की आत्मनिर्भरता और सफलता ही उसके पिता को खटकने लगी थी? पुलिस इस केस में हर पहलू की जांच कर रही है, लेकिन शुरुआती निष्कर्ष साफ तौर पर घरेलू शक, अहंकार और सामाजिक दबाव की त्रासदी को उजागर कर रहे हैं.