Rahul Gandhi On Election Commission: ‘सवालों से मत भागिए, जवाब दीजिए’ राहुल गांधी का ECI के जवाब पर पलटवार

Aanchal Singh
Rahul Gandhi On Election Commission
Rahul Gandhi On Election Commission

Rahul Gandhi On Election Commission Reply: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने चुनाव आयोग के हालिया जवाब पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आयोग पर गंभीर सवालों से बचने का आरोप लगाया और कहा कि बिना हस्ताक्षर वाले टाल-मटोल वाले नोट्स गंभीर सवालों के उत्तर नहीं हो सकते।

Read More: Uttarakhand: CM धामी ने लालकुआं में 126.69 करोड़ की 27 विकास परियोजनाओं का किया शिलान्यास

एक्स पोस्ट में राहुल ने उठाए तीखे सवाल

बताते चले कि, रायबरेली से सांसद राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए चुनाव आयोग को संबोधित किया। उन्होंने लिखा, “डियर चुनाव आयोग! आप एक संवैधानिक संस्था हैं। अगर आपके पास छिपाने को कुछ नहीं है तो मेरे लेख में उठाए गए सवालों के तथ्यात्मक उत्तर दें।”

राहुल गांधी की चुनाव आयोग से मांग

राहुल गांधी ने आयोग से मांग की कि महाराष्ट्र समेत सभी राज्यों के हालिया चुनावों की समेकित, डिजिटल और मशीन-पठनीय मतदाता सूची सार्वजनिक की जाए। साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र के मतदान केंद्रों से शाम 5 बजे के बाद की सीसीटीवी फुटेज भी जारी करने की मांग की। कांग्रेस सांसद ने चुनाव आयोग को चेताते हुए कहा कि टाल-मटोल करने से विश्वसनीयता नहीं बचाई जा सकती। उन्होंने कहा कि केवल सच बोलने से ही चुनाव आयोग की विश्वसनीयता कायम रह सकती है।

चुनाव आयोग ने राहुल के आरोपों को बताया निराधार

राहुल गांधी के आरोपों के बाद चुनाव आयोग ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी। आयोग ने कहा कि महाराष्ट्र की मतदाता सूची और मतदान प्रक्रिया पर लगाए गए आरोप पूर्णतः निराधार हैं और ये कानून व्यवस्था का अपमान हैं। चुनाव आयोग के अनुसार, उन्होंने कांग्रेस पार्टी को 24 दिसंबर 2024 को ही इस मामले पर विस्तृत जवाब भेज दिया था, जो उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। आयोग ने कहा कि बार-बार उन्हीं मुद्दों को उठाकर तथ्यों को अनदेखा किया जा रहा है।

गलत जानकारी से कर्मचारियों का मनोबल टूटता है – ECI

चुनाव आयोग ने कहा कि इस प्रकार की गलत सूचनाएं सिर्फ संवैधानिक संस्थानों के प्रति अनादर नहीं, बल्कि लाखों चुनाव कर्मचारियों की मेहनत को भी अपमानित करती हैं। साथ ही, यह उन राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की छवि को भी धूमिल करती हैं जो चुनाव प्रक्रिया में शामिल रहते हैं।

Read More: Kal Ka Mausam 08 June 2025: देशभर में मौसम का बदला मिजाज! दक्षिण भारत में भारी बारिश का अलर्ट

Share This Article

अपना शहर चुनें

Exit mobile version