Bihar Election: बिहार में महुआ विधानसभा सीट से चुनाव प्रचार तेज़ है और इसी बीच तेजप्रताप यादव ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के छठ पूजा वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में तेजप्रताप यादव ने कहा कि राहुल गांधी को छठ पूजा के बारे में कुछ भी पता नहीं है।
तेजप्रताप का राहुल गांधी पर हमला
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने मुजफ्फरपुर की रैली में कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी को छठ पूजा से कोई मतलब नहीं है, और अगर लोग उन्हें वोट देंगे तो मंच पर आकर नाच भी जाएंगे। इस बयान पर तेजप्रताप यादव ने कहा, “कौन ड्रामा, राहुल गांधी को छठ के बारे में क्या पता है? कभी छठ किए हैं क्या?” उन्होंने राहुल की विदेश यात्रा का भी जिक्र करते हुए कहा कि जो आदमी विदेश भाग जाता है, उसको छठ का ज्ञान कैसे होगा।
तेजप्रताप ने साफ कहा कि राहुल गांधी कभी छठ नहीं किए हैं और इसलिए छठ पूजा पर बयान देना उनके बस की बात नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि राहुल गांधी को इस त्यौहार की वास्तविक भावनाओं और महत्व की जानकारी नहीं है।
मुकेश सहनी पर पलटवार
इसी दौरान जब उनसे यह सवाल किया गया कि वीआईपी के मुखिया मुकेश सहनी ने कहा कि वे तेजप्रताप यादव को नहीं जानते, तो उन्होंने भड़कते हुए कहा, “ई किसका नाम ले रहे हैं। मैं किसी मुकेश सहनी को नहीं जानता।” तेजप्रताप का कहना था कि वे चुनावी प्रचार में पूरी ताकत लगा रहे हैं और विरोधियों की बयानबाजी पर ध्यान नहीं देंगे।
महुआ विधानसभा में चुनावी मोड़
तेजप्रताप यादव महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने आरजेडी के मुकेश रौशन मुकाबले में हैं। तेजप्रताप यादव इस चुनावी मैदान में जोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं और स्थानीय संस्कृति और त्योहारों पर अपनी पकड़ को चुनावी रणनीति के रूप में पेश कर रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि छठ पूजा जैसे स्थानीय और भावनात्मक मुद्दों पर बयानबाजी चुनावी रुझानों को प्रभावित कर सकती है। तेजप्रताप यादव का राहुल गांधी पर हमला और उनकी लोकल पहचान पर जोर, महुआ विधानसभा में चुनावी गरमाहट को बढ़ा रहा है।तेजप्रताप यादव ने राहुल गांधी के छठ पूजा वाले बयान को लेकर न केवल उन्हें घेरा बल्कि यह भी बताया कि कांग्रेस नेता को स्थानीय त्योहार और उनकी संवेदनाओं का अनुभव नहीं है। महुआ विधानसभा सीट पर यह बयानबाजी चुनाव के लोकल मुद्दों और जनता के भावनाओं को ध्यान में रखते हुए तेजप्रताप की चुनावी रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है।

