Raisen Rape Case: मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में 6 साल की मासूम बच्ची के साथ हुई दरिंदगी और बलात्कार की घटना के बाद आक्रोश की आग थमने का नाम नहीं ले रही है। घटना के पांच दिन बीत जाने के बावजूद मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी न होने से भड़के लोगों ने सड़कों पर उतरकर उग्र प्रदर्शन किया, जिसके बाद हालात बिगड़ गए और पथराव शुरू हो गया। इस मामले में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने तत्काल कार्रवाई करते हुए रायसेन के पुलिस अधीक्षक (SP) को मुख्यालय अटैच कर दिया है।
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समुदाय विशेष के घरों और धार्मिक स्थल पर भीषण पथराव
आपको बता दे कि, रायसेन जिले के गौहरगंज में मंगलवार को मासूम से हुई हैवानियत के विरोध में हिंदू समाज ने एक बड़ा प्रदर्शन आयोजित किया। प्रदर्शनकारियों ने गौहरगंज थाने के सामने धरना दिया, जहां पिछले पांच दिनों से महिलाएं और बच्चियां टेंट लगाकर बैठी थी। लेकिन प्रदर्शन के दौरान ही अचानक हंगामा शुरू हो गया, जिसके बाद भीड़ ने समुदाय विशेष के घरों और एक धार्मिक स्थल पर भीषण पथराव शुरू कर दिया।
हालात बेकाबू होते देख, कानून व्यवस्था को संभालने के लिए मौके पर रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) को तैनात करना पड़ा। पुलिस ने उपद्रवियों पर नियंत्रण पाने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। घटना की गंभीरता को देखते हुए पूरे इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
चॉकलेट के बहाने बच्ची को ले गया था आरोपी
यह पूरी हिंसा 6 साल की मासूम बच्ची से हुई दरिंदगी के मामले से जुड़ी है, जिसका आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। बताया जाता है कि बच्ची अपने घर के बाहर खेल रही थी, तभी आरोपी सलमान उसे चॉकलेट दिलाने के बहाने अपने साथ ले गया था और उसके साथ बलात्कार की घटना को अंजाम दिया।
आरोपी की पांच दिन बाद भी गिरफ्तारी न होने से स्थानीय लोगों, विशेषकर हिंदू समाज में जबरदस्त आक्रोश है। थाने के सामने महिलाओं और बच्चियों का लगातार धरना पुलिस प्रशासन पर त्वरित कार्रवाई करने का दबाव बना रहा था, जो अंततः हिंसक विरोध प्रदर्शन में बदल गया।
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सीएम मोहन यादव का सख्त एक्शन
मामले की गंभीरता और पुलिस प्रशासन की कथित ढिलाई को देखते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने तत्काल और कड़ा एक्शन लिया है। मुख्यमंत्री ने रायसेन एसपी को मुख्यालय अटैच करने का निर्देश दिया और मिसरोद थाना प्रभारी को भी तत्काल हटाने के लिए कहा।
मंगलवार को पुलिस मुख्यालय पहुंचकर सीएम मोहन यादव ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक भी की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए स्पष्ट किया कि, “रायसेन में हुई घटना में तत्परता से कार्रवाई न होने पर पुलिस अधीक्षक, रायसेन को मुख्यालय अटैच करने के निर्देश दिए।”
सीएम का सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बैठक में पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने साफ कहा कि संवेदनशील घटनाओं में त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए और अपराधियों के प्रति किसी भी हालत में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीएम ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस को अपनी गश्त बढ़ाने और वरिष्ठ अधिकारियों को नियमित रूप से निरीक्षण करने के लिए भी निर्देशित किया। मुख्यमंत्री का यह कड़ा रुख पुलिस प्रशासन पर तेजी से कार्रवाई करने और बिगड़ती कानून व्यवस्था को नियंत्रित करने का दबाव डालता है।
