Raja Raghuvanshi Murder Case: इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी मर्डर केस में एक सनसनीखेज मोड़ सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी ने ही उनकी हत्या की साजिश रची थी। पहले ये माना जा रहा था कि सोनम किडनैप हो गई हैं, लेकिन बाद में जांच में यह खुलासा हुआ कि सोनम ही इस हत्या की मुख्य साजिशकर्ता थी, और उसने ही हत्यारों को सुपारी देकर ये काम करवाया।
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राजा रघुवंशी क्या काम करते थे?
राजा रघुवंशी पेशे से ट्रांसपोर्ट व्यवसायी थे। वे इंदौर में ट्रांसपोर्ट से जुड़े कारोबार को संभालते थे। ट्रांसपोर्ट व्यवसाय का मतलब होता है – माल या लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाने की सेवाएं देना। यह आमतौर पर निजी व्यवसाय होता है, जिसमें कमाई वाहन की संख्या, रूट्स, और क्लाइंट्स की मांग पर निर्भर करती है।इस पेशे में कोई स्थिर वेतन नहीं होता, बल्कि आमदनी व्यवसाय की गतिशीलता पर आधारित होती है। अनुमान के मुताबिक, राजा रघुवंशी एक मध्यमवर्गीय ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर थे, जो महीने में लगभग ₹60,000 से ₹1,00,000 तक की कमाई कर सकते थे। हालांकि, इस कमाई का कोई आधिकारिक रिकॉर्ड अभी सामने नहीं आया है।
हनीमून बना मौत का प्लान
राजा और सोनम 20 मई को हनीमून पर मेघालय पहुंचे थे। वहां से कुछ ही समय में दोनों के लापता होने की खबर आई थी। 2 जून को एक खड्डे में राजा का शव बरामद हुआ और सोनम गायब बताई गई। मामला पहले अपहरण जैसा लग रहा था, लेकिन पुलिस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, पूरा मामला उल्टा निकला।
पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा
9 जून 2025 को मेघालय पुलिस के डीजीपी एल. नोंग्रांग ने सोशल मीडिया के जरिए बताया कि सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के नंदगंज थाने में सरेंडर किया है। साथ ही, इस हत्याकांड में शामिल तीनों हमलावरों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने इस सफल जांच के लिए पुलिस की सराहना की है।
देशभर में बढ़ते ऐसे मामले
बीते कुछ महीनों में पति की हत्या में पत्नी के शामिल होने के कई मामले सामने आए हैं। फिर चाहे वो निकिता केस हो या सोनम का मामला, अधिकतर घटनाओं में प्रेम संबंध, घरेलू हिंसा, या निजी प्रतिशोध शामिल पाए गए हैं।कुछ महिलाएं जब खुद को संबंध में फंसा हुआ या पीड़ित महसूस करती हैं, तो कानून की बजाय गलत रास्ता चुन लेती हैं, जो एक खतरनाक संकेत है।