Rajasthan Weather: राजस्थान में रविवार को मानसून ने एक बार फिर जोर पकड़ा और कई जिलों में तेज बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, सबसे ज्यादा बारिश जालोर में 118.5 मिलीमीटर दर्ज की गई। इसके अलावा पिलानी में 51.2 मिमी, हनुमानगढ़ के संगरिया में 24 मिमी, बीकानेर के लूणकरणसर में 23.5 मिमी और वनस्थली में 21 मिमी वर्षा दर्ज की गई। तेज बारिश के कारण कई इलाकों में पानी भरने और आवागमन में परेशानी की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
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आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत

बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में वृद्धि हुई है। सवाई माधोपुर जिले में शनिवार को एक घर पर बिजली गिरने से एक बच्ची की मौत हो गई जबकि सात अन्य लोग झुलस गए। वहीं, चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा इलाके में रविवार को बिजली गिरने से एक युवक की मौत हो गई। दौसा जिले के सिकंदरा क्षेत्र में भी आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला और एक बच्ची झुलस गईं। ये घटनाएं मानसूनी मौसम में बढ़ते खतरे को उजागर करती हैं और लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
सिरोही में नदी में बहे युवक
सिरोही जिले के बनास इलाके में पांच युवक नदी में नहाने उतरे थे। अचानक पानी का बहाव तेज हो जाने के कारण सभी युवक फंस गए। राहत दल ने समय रहते चार युवकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन एक युवक पानी के तेज बहाव में बह गया। इस घटना ने मानसून के दौरान नदियों और जल स्रोतों के पास जाने के खतरे को फिर से रेखांकित किया है।
अगले 5-6 दिन तक सक्रिय रहेगा मानसून
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में एक परिसंचरण तंत्र (सर्कुलेशन सिस्टम) सक्रिय है, जिसके चलते पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों में अगले 5 से 6 दिनों तक मानसून सक्रिय रहेगा। इस दौरान मध्यम से तेज बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की भी संभावना जताई गई है।
पश्चिमी राजस्थान में भी तेज बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर और बीकानेर संभाग में भी अगले दो से तीन दिनों तक अच्छी बारिश होने की संभावना है। इन क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी वर्षा के आसार हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
आमजन से सतर्क रहने की अपील
राजस्थान मौसम विभाग और पुलिस प्रशासन ने नागरिकों से सतर्कता बरतने की अपील की है। विशेष रूप से बारिश और आकाशीय बिजली के दौरान खुले मैदानों, खेतों और ऊंचे स्थानों से दूर रहने की सलाह दी गई है। साथ ही नदी, नाले, बांध और अन्य जल स्रोतों के पास न जाने की चेतावनी दी गई है। मानसून का मौसम राहत तो लाता है, लेकिन थोड़ी सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।

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