Rajnath Singh Speech: भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर मे बादामी बाग छावनी में गिराए गए पाकिस्तानी गोलीबारी के अवशेषों का निरीक्षण किया।इस दौरान रक्षा मंत्री के साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहे।श्रीनगर में जवानों को संबोधित करते हुए रक्षामंत्री ने कहा,इस विषम परिस्थिति में आप सबके बीच आकर, आज मैं बहुत ही गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।हमारे प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान आपने जो कुछ किया उसने पूरे देश को गर्व से भर दिया है।
रक्षा मंत्री ने श्रीनगर में जवानों को किया संबोधित
रक्षा मंत्री ने कहा,मैं अभी भले ही आपका रक्षा मंत्री हूं लेकिन उससे पहले तो भारत का नागरिक हूं।रक्षा मंत्री के साथ-साथ मैं आज भारत के नागरिक के रूप में भी आपका आभार प्रकट करने आया हूं।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा,मैं आपकी उस ऊर्जा को महसूस करने आया हूं,जिसने दुश्मनों को नेस्तनाबूद कर दिया।आपने जिस तरीके से सीमा के उस पार पाकिस्तान की चौकियों और बंकरों को धवस्त किया,दुश्मन उसे कभी भूल नहीं पायेगा।आमतौर पर लोग जोश में होश खो देते हैं। लेकिन आपने जोश भी रखा, होश भी रखा और सूझबूझ के साथ दुश्मन के ठिकानों को बर्बाद किया है।
आतंकवाद के खिलाफ हम किसी भी हद तक जा सकते-राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा,ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत द्वारा चलाई गई अब तक के इतिहास की सबसे बड़ी कार्रवाई है। 35-40 वर्षों से भारत सरहद पार से चलाये जा रही आतंकवाद का सामना कर रहा है।आज भारत ने पूरी दुनिया के सामने स्पष्ट कर दिया है कि,आतंकवाद के खिलाफ हम किसी भी हद तक जा सकते हैं।पहलगाम में आतंकवादी घटना को अंजाम देकर भारत के माथे पर चोट पहुंचाने का काम किया भारत की सामाजिक एकता को तोड़ने का प्रयास किया गया।उन्होंने भारत के माथे पर वार किया,हमने उनकी छाती पर घाव दिए हैं।
“पाकिस्तान जहां खड़ा होता वहीं से मांगने वालों की लाइन शुरु होती”
पाकिस्तान के जख्मों का इलाज इसी बात में है कि,वह भारत विरोधी और आतंकवादी संगठनों को पनाह देना बंद करे, अपनी जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ न होने दे।राजनाथ सिंह ने कहा,रही बात पाकिस्तान की तो वह देश मांगते-मांगते अपनी जहालत से एक ऐसी हालत में आ गया है कि,उसके बारे में यह कहा जा सकता है,पाकिस्तान जहां खड़ा होता हैस वहीं से मांगने वालों की लाइन शुरू होती है।अभी आपने सुना ही होगा कि,कैसे वह फिर एक बार IMF के पास कर्ज मांगने गया। वहीं,दूसरी तरफ हमारा देश है हम आज उन देशों की श्रेणी में आते हैं, जो IMF को फंड देते हैं ताकि IMF गरीब देशों को कर्ज दे सकें।
“पाकिस्तान के एटमी हथियारों को IAEA की निगरानी में लिया जाना चाहिए”
राजनाथ सिंह ने सेना के जवानों की हौसला अफजाई करते हुए कहा,पूरी दुनिया ने देखा है कैसे गैर जिम्मेदाराना तरीके से पाकिस्तान द्वारा भारत को अनेक बार एटमी धमकियां दी गईं हैं।आज श्रीनगर की धरती से मैं पूरी दुनिया के सामने यह सवाल उठाना चाहता हूं कि,क्या ऐसे गैर जिम्मेदार और धूर्त राष्ट्र के हाथों में परमाणु हथियार सुरक्षित हैं? मैं मानता हूं पाकिस्तान के एटमी हथियारों को IAEA यानि (अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) की निगरानी में लिया जाना चाहिए।