Raksha Bandhan 2025: भारत में साल भर अनेक पर्व और त्योहार मनाए जाते हैं, लेकिन रक्षाबंधन का स्थान विशेष होता है। यह भाई-बहन के अटूट प्रेम और विश्वास का प्रतीक है। इस साल रक्षाबंधन का पर्व 9 अगस्त को मनाया जाएगा।
परंपरा के अनुसार, कई स्थानों पर भाई और बहन तब तक व्रत रखते हैं जब तक राखी बांधने की रस्म पूरी नहीं हो जाती। इस दिन सबसे पहले भगवान को राखी अर्पित की जाती है, उसके बाद भाई को रक्षा सूत्र बांधा जाता है। इस वर्ष रक्षाबंधन का विशेष संयोग यह है कि भद्रा काल का साया नहीं रहेगा। ऐसे में बहनों को राखी बांधने के लिए दो अलग-अलग शुभ मुहूर्त प्राप्त होंगे।
राखी बांधने के 2 शुभ मुहूर्त
पहला मुहूर्त – सुबह 05:47 बजे से दोपहर 01:24 बजे तक का समय अत्यंत शुभ रहेगा। इस अवधि में बहनों को राखी बांधने के लिए 7 घंटे से अधिक का समय मिलेगा।
दूसरा मुहूर्त – प्रदोष काल में राखी बांधने का समय शाम 07:06 बजे से रात 08:26 बजे तक रहेगा। यह काल लाभ चौघड़िया का होगा, जो विशेष रूप से मंगलकारी माना जाता है।
रक्षासूत्र कैसा होना चाहिए?
रक्षासूत्र तीन धागों का होना शुभ माना जाता है।
लाल और पीले रंग का धागा सबसे उत्तम होता है।
मेटल की राखी लेने से बचें, क्योंकि यह पारंपरिक दृष्टि से उचित नहीं मानी जाती।
‘ॐ’ या अन्य धार्मिक चिह्न वाली राखियों से परहेज करें, क्योंकि इसे पहनने के बाद शुद्धता बनाए रखना आवश्यक है, अन्यथा दोष लग सकता है।
राखी की थाली में क्या रखें?
रक्षाबंधन पर राखी की थाली में इन चीजों को जरूर रखें।
चावल और रोली
कलश और नारियल
दीपक और रक्षासूत्र (राखी)
मिठाई
छोटे भाई को देने के लिए भेंट या उपहार
राखी बांधने की पूरी विधि
पूजा की थाली और रक्षा सूत्र सबसे पहले भगवान को अर्पित करें।
भाई को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठाएं।
भाई को हाथ में नारियल दें, तिलक लगाएं, फिर रक्षा सूत्र बांधें और राखी का मंत्र बोलें।
आरती करने के बाद मिठाई खिलाकर भाई की मंगल कामना करें।
राखी बांधते समय भाई और बहन दोनों का सिर ढका होना चाहिए।
राखी बांधने के बाद माता-पिता और गुरुजनों का आशीर्वाद लें।
भाई, बहन को अपनी सामर्थ्य के अनुसार उपहार दें।
उपहार में शुभ और मंगलकारी वस्तुएं दें, काले कपड़े या नुकीली वस्तुएं न दें।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां पौराणिक कथाओं,धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। खबर में दी जानकारी पर विश्वास व्यक्ति की अपनी सूझ-बूझ और विवेक पर निर्भर करता है। प्राइम टीवी इंडिया इस पर दावा नहीं करता है ना ही किसी बात पर सत्यता का प्रमाण देता है।
