Ravi Shankar Prasad On Congress: कांग्रेस सासंद राहुल गांधी समेत पूरे विपक्ष की ओर से वोट चोरी के आरोप में चुनाव आयोग पर निशाना साधा जा रहा है इसके जवाब में अब भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने सवाल उठाया कि,जब ये लोग चुनाव जीतते हैं तब उन्हें कोई समस्या नहीं होती लकिन जब हारते हैं तो ईवीएम और वोटिंग प्रक्रिया पर सवाल उठाने लगते हैं।
भाजपा सांसद का राहुल-तेजस्वी पर निशाना
रविशंकर प्रसाद ने कहा,राहुल गांधी और तेजस्वी यादव प्रतिदिन आरोप लगा रहे हैं कि,वोट की चोरी नहीं होने देंगे लेकिन जहां ये जीतते हैं वहां चुनाव ठीक होता है और जहां हारते हैं वहां गड़बड़ी का आरोप लगाते हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई टिप्पणी को लेकर बीजेपी सांसद ने तेजस्वी यादव की कड़ी आलोचना की।
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नरेंद्र मोदी पर की टिप्पणी पर जताई नाराजगी
उन्होंने कहा,”जिस देश की जनता ने नरेंद्र मोदी को तीन बार प्रधानमंत्री चुना उनके लिए तेजस्वी यादव ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया है।यह दुर्भाग्यपूर्ण है। राहुल गांधी की संगत में आकर तेजस्वी यादव की बोली बिगड़ गई है उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।वहीं मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर भी रविशंकर प्रसाद ने सवाल उठाए।
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SIR प्रक्रिया पर चुनाव आयोग का समर्थन
उन्होंने पूछा,जो लोग दो जगह से वोटर हैं,क्या उन्हें दोनों जगह वोट देना चाहिए? जो लोग मर चुके हैं या दूसरी जगह शिफ्ट हो गए हैं,क्या उनके नाम सूची में बने रहने चाहिए?उन्होंने चुनाव आयोग की प्रक्रिया का समर्थन करते हुए कहा कि,फर्जी वोटिंग को रोकने के लिए मतदाता सूची की शुद्धता आवश्यक है और इस पर राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
98.2 प्रतिशत मतदाताओं के दस्तावेज अबतक प्राप्त
आपको बता दें कि,बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision) अभियान के तहत निर्वाचन आयोग ने अब तक 98.2 प्रतिशत मतदाताओं के दस्तावेज प्राप्त कर लेने की जानकारी दी है।24 जून से शुरू हुए इस अभियान में प्रतिदिन औसतन 1.64% की दर से दस्तावेज जमा किए गए हैं केवल 1.8 प्रतिशत मतदाताओं के दस्तावेज अभी भी लंबित हैं।
कुल 7.24 करोड़ मतदाता ड्राफ्ट मतदाता सूची में शामिल
राज्य में कुल 7.24 करोड़ मतदाता ड्राफ्ट मतदाता सूची में शामिल हैं।आयोग ने बताया कि,60 दिनों तक चले इस अभियान में मतदाताओं के दस्तावेजों का संग्रहण तेजी से हुआ है जिसमें मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी,सभी जिलों के डीईओ,243 ईआरओ,2,976 एईआरओ,90,712 बीएलओ और 12 प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की सक्रिय भूमिका रही।
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25 सितंबर तक पूरा होगा दस्तावेजों का सत्यापन
चुनाव आयोग ने बताया कि,अब तक केवल 0.16% दावे और आपत्तियां प्राप्त हुई हैं, जिससे यह संकेत मिलता है सूची की गुणवत्ता बेहतर रही है।18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके 3,28,847 नए मतदाताओं ने फॉर्म-6 और घोषणा पत्र जमा कर दिए हैं।निर्वाचन आयोग के अनुसार,दस्तावेजों का सत्यापन 25 सितंबर तक पूरा कर लिया जाएगा और अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर को प्रकाशित की जाएगी।

