Rinku Singh:क्रिकेटर रिंकू सिंह पर दोहरी चोट… मतदाता जागरूकता अभियान से हटाए गए, बीएसए बनने की प्रक्रिया भी रोकी गई

Mona Jha
Rinku Singh
Rinku Singh

Rinku Singh:भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह को चुनाव आयोग द्वारा मतदाता जागरूकता अभियान (SVEEP) के आइकन पद से हटा दिया गया है। इसका कारण है—उनका एक राजनीतिक परिवार से जुड़ाव। हाल ही में रिंकू सिंह की सगाई समाजवादी पार्टी (सपा) की मछलीशहर से सांसद प्रिया सरोज से हुई थी। आयोग ने यह स्पष्ट किया है कि मतदाता जागरूकता अभियान के लिए चयनित व्यक्ति का राजनीतिक रूप से तटस्थ होना अनिवार्य होता है।मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि बीते वर्ष रिंकू सिंह को राज्य स्तरीय आइकन नामित किया गया था, लेकिन अब उनकी राजनीतिक संबद्धता को देखते हुए यह पद उनसे वापस ले लिया गया है। आयोग ने सभी जिलों को निर्देश दिए हैं कि रिंकू सिंह की तस्वीरें, प्रचार सामग्री, वीडियो और अन्य डिजिटल माध्यमों से उनके संदेश हटाए जाएं।

Read more :Vice President Election:कौन बनेगा उपराष्ट्रपति? चुनाव आयोग ने जारी की चुनाव की तारीख, जानिए पूरा कार्यक्रम

“निजी सहमति, लेकिन तटस्थता जरूरी”

चुनाव आयोग के अनुसार, आइकन बनाए जाने पर कोई भुगतान नहीं किया जाता है। यह भूमिका स्वैच्छिक होती है और संबंधित व्यक्ति की सहमति से निभाई जाती है। रिंकू सिंह को हटाने का निर्णय उन्हें सूचित कर सहमति के साथ लिया गया है।राजनीतिक पृष्ठभूमि से जुड़े व्यक्ति को चुनाव जागरूकता से जोड़े रखना आयोग की नीतियों के विरुद्ध माना गया है, इसलिए यह एक नियमित प्रक्रिया के तहत लिया गया फैसला है।

Read more :Vice President Election:कौन बनेगा उपराष्ट्रपति? चुनाव आयोग ने जारी की चुनाव की तारीख, जानिए पूरा कार्यक्रम

बीएसए पद की पात्रता पर भी लगी रोक: आठवीं पास हैं रिंकू सिंह

रिंकू सिंह के लिए दूसरी निराशाजनक खबर बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) पद से जुड़ी है। बेसिक शिक्षा विभाग ने रिंकू सिंह की बीएसए पद पर नियुक्ति की प्रक्रिया रोक दी है। वजह है—उनकी शैक्षणिक योग्यता।गौरतलब है कि सरकार ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देने की योजना के तहत विभिन्न विभागों में नियुक्तियाँ देने की घोषणा की थी। इसी क्रम में रिंकू सिंह का नाम भी बीएसए पद के लिए प्रस्तावित किया गया था।लेकिन जब उनसे शैक्षणिक दस्तावेज मांगे गए, तब यह सामने आया कि वे केवल आठवीं पास हैं, जबकि बीएसए पद के लिए न्यूनतम योग्यता परास्नातक (Postgraduate) निर्धारित है।

Read more :Lionel Messi Magic: निलंबन से वापसी के बाद लियोनेल मेस्सी ने दिखाया ‘जादू’, इंटर मियामी ने तनावपूर्ण मैच में हासिल की जीत

फाइल मुख्यमंत्री के पास भेजी गई थी, लेकिन अब रोक

रिंकू सिंह की शैक्षणिक स्थिति सामने आने के बाद विभाग ने उनकी फाइल को मुख्यमंत्री को भेजने से पहले ही रोक लगा दी। नियुक्ति प्रक्रिया पर अस्थायी रोक लगाई गई है और संभावना है कि अब यह प्रस्ताव निरस्त कर दिया जाएगा।

Share This Article

अपना शहर चुनें

Exit mobile version