Bihar Assembly Winter Session: बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज सोमवार, 1 दिसंबर से शुरू हो गया है, जो 5 दिसंबर तक चलेगा। सत्र के पहले दिन नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह चल रहा है, जिसकी अध्यक्षता प्रोटेम स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव कर रहे हैं। इसी दौरान एक युवा मुस्लिम विधायक के शपथ लेने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह विधायक मधुबनी जिले की बिस्फी सीट से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के आसिफ अहमद हैं, जिन्होंने भाजपा के हरिभूषण ठाकुर बचौल को 8107 वोटों से हराकर जीत दर्ज की है। आसिफ अहमद की शपथ का वीडियो इसलिए चर्चा में है क्योंकि उन्होंने हिंदी या उर्दू के बजाय एक क्षेत्रीय भाषा में शपथ ली है।
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हिंदी-उर्दू को छोड़ मैथिली में शपथ
बताते चले कि, पहली बार मधुबनी जिले की बिस्फी सीट से विधायक बने आसिफ अहमद के शपथ ग्रहण का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है क्योंकि उन्होंने बिहार विधानसभा में हिंदी या उर्दू के बजाय मैथिली भाषा में शपथ ली है। यह कदम बिहार की राजनीति में अनूठा और ध्यान खींचने वाला पल बन गया। बिहार में जहां अधिकांश विधायक हिंदी में शपथ लेते हैं, वहीं एक मुस्लिम विधायक द्वारा क्षेत्रीय भाषा मैथिली में शपथ लेना भाषाई विविधता और क्षेत्रीय पहचान के प्रति उनके गहरे सम्मान को दर्शाता है। लोगों को यह कदम खूब पसंद आ रहा है, जिससे यह वीडियो चर्चा का विषय बन गया है।
‘माय’ समीकरण और युवा चेहरे को मिला जबरदस्त समर्थन
बताते चले कि, आसिफ अहमद बिहार के मधुबनी जिले की बिस्फी विधानसभा सीट से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नवनिर्वाचित विधायक हैं। वे एक युवा और उभरते हुए नेता हैं जिन्होंने पहली बार विधानसभा चुनाव में कदम रखा और एक बड़ी जीत दर्ज कर सबको चौंका दिया। उनकी इस जीत ने बिस्फी विधानसभा क्षेत्र में राजद के पारंपरिक दबदबे को फिर से स्थापित किया है, जो ‘माय’ (मुस्लिम-यादव) समीकरण के लिए जाना जाता है। आसिफ को चुनाव में युवाओं का जबरदस्त समर्थन मिला, जिसका मुख्य कारण उनका युवा चेहरा और विकास के मुद्दों पर केंद्रित चुनावी अभियान था। उनकी जीत महागठबंधन के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता है।
आसिफ को मिला अनुभवी राजनेता के बेटे होने का लाभ
आसिफ अहमद को अपने पिता डॉ. फैयाज अहमद की मजबूत राजनीतिक विरासत और अनुभव का लाभ मिला है। डॉ. फैयाज अहमद बिहार के जाने-माने और बड़े राजनेता हैं, जो वर्तमान में राष्ट्रीय जनता दल से राज्यसभा सांसद हैं। इससे पहले, वह 2010 से 2020 तक लगातार दो बार बिस्फी विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं। आसिफ को अपने पिता की राजनीतिक पहचान का लाभ मिला, जिसने उन्हें विधानसभा चुनाव जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। युवा शक्ति और अनुभवी राजनीतिक समर्थन का यह मेल उनकी सफलता का एक प्रमुख कारण रहा।
चर्चित भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल को हराया
आसिफ अहमद ने बिस्फी सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के चर्चित विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल को हराया है। बचौल ने 2020 के चुनाव में आसिफ के पिता डॉ. फैयाज अहमद को हराकर यह सीट जीती थी, लेकिन इस बार आसिफ ने उन्हें 8107 वोटों के बड़े अंतर से पराजित किया। यह जीत आसिफ के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि उन्होंने एक स्थापित और चर्चित भाजपा विधायक को हराकर अपनी राजनीतिक पहचान बनाई है और बिस्फी सीट को राजद के पाले में वापस ला दिया है।
