RSS 100 Years: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी वर्ष के अवसर पर उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने संघ के इतिहास और उसकी भूमिका पर विशेष विचार व्यक्त किए। उन्होंने संघ की स्थापना को 100 वर्षों की गौरवशाली यात्रा बताया और सभी स्वयंसेवकों को इस महत्वपूर्ण पर्व पर हार्दिक बधाई दी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ: सामाजिक एकता और समरसता का प्रतीक
भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा, “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना को 100 वर्ष पूरे हो गए हैं। मैं सभी स्वयंसेवकों को इस अवसर पर बधाई देता हूं।” उन्होंने कहा कि संघ ने देश के सामाजिक ढांचे को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई है। सामाजिक मुद्दों पर संघ की सक्रियता और समरसता का संदेश समाज के सभी वर्गों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण रहा है।
चौधरी ने कहा कि RSS ने हमेशा देश की सामाजिक एकता और समरसता को बढ़ावा दिया है। संघ ने सामाजिक बिखराव को रोकने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं और देश के विविध समुदायों को एक सूत्र में पिरोने का काम किया है। उन्होंने कहा कि यह संगठन न केवल स्वयंसेवकों के माध्यम से सेवा का कार्य करता है, बल्कि देश के विकास और राष्ट्र निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है।
करोड़ों स्वयंसेवकों को शुभकामनाएं
उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने सभी स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “मैं करोड़ों स्वयंसेवकों को इस शुभ अवसर पर बधाई देता हूं, जिन्होंने तन-मन-धन से देश की सेवा की है। संघ की यह यात्रा सेवा, संस्कार और समर्पण की मिसाल है।”
संघ की भूमिका पर प्रकाश
भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने संघ के विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक अभियानों का उल्लेख करते हुए कहा कि संघ ने हमेशा देश की जनता के बीच सामंजस्य और भाईचारे को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि संघ ने युवाओं को राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित किया है और उन्हें देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत किया है। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि संघ की स्थापना से लेकर अब तक की यात्रा भारत के सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक क्षेत्र में एक मजबूत आधारशिला साबित हुई है। संघ ने देश के प्रत्येक हिस्से में जाकर जनमानस को जोड़ने का काम किया है और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 साल पूरे होने पर यूपी भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी का यह संदेश न केवल संघ के गौरवशाली इतिहास को रेखांकित करता है, बल्कि देश की सामाजिक एकता, समरसता और विकास के लिए उसके योगदान को भी उजागर करता है। संघ के स्वयंसेवकों को दी गई शुभकामनाएं उनके समर्पण और सेवा भावना को सम्मानित करती हैं।
यह शताब्दी वर्ष सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक नई ऊर्जा और उत्साह लेकर आया है। ऐसे महत्वपूर्ण अवसरों पर संघ के कार्यों को समझना और उनके सामाजिक संदेश को देश के कोने-कोने तक पहुंचाना आवश्यक है ताकि भारत का विकास और सामाजिक सौहार्द बढ़ता रहे।
