UP News: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को अपने निशाने पर लेते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गाजीपुर में पुलिस की ओर से की गई लाठीचार्ज में भाजपा कार्यकर्ता की मौत पर सवाल खड़े किए हैं।गाजीपुर के नोनहरा थाना में पुलिस लाठीचार्ज में भाजपा कार्यकर्ता की मौत के संबंध में गाजीपुर पुलिस अधीक्षक ने 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की है जिसमें प्रभारी निरीक्षक नोनहरा सहित 1 उप निरीक्षक,1 मुख्य आरक्षी व 3 आरक्षियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।इसके अलावा अन्य पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है।
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अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा सांसद अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर डबल इंजन की सरकार को अपने निशाने पर लेते हुए कहा कि,अब तक उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार की पुलिस हिरासत में मौत का जो रिकॉर्ड-पर-रिकॉर्ड बना रही थी अब उसका शिकार सत्ताधारी दल के लोग अपने लोग भी होने शुरु हो गए हैं।अब जब अपने लोग मारे गए तो भाजपाइयों को इतने सालों से मारे जा रहे लोगों का दर्द समझ आया है।अखिलेश यादव ने कहा,हर मृतक किसी भी दल से पहले देश का नागरिक है और एक मानव भी ऐसी हर मौत के लिए पुलिस की घोर निंदा करनी चाहिए और उससे भी ज्यादा उन लोगों की जिन्होंने ऐसे कुकृत्यों को बढ़ावा दिया है।
लाठीचार्ज में BJP कार्यकर्ता की मौत पर उठाए सवाल
अखिलेश यादव ने आगे लिखा,सवाल ये भी है कि,उत्तर प्रदेश की पुलिस को भाजपा और उनके संगी-साथियों व अन्य आनुषंगिक संगठनों पर प्रहार करने के पीछे कौन है।आपसी और अंदरूनी लड़ाई का खामियाजा कोई भी क्यों भुगते?आपको बता दें कि,यह घटना 9 सितंबर की है जब भाजपा कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर नोनहरा थाने में धरना प्रदर्शन कर रहे थे जिसके विरोध में पुलिसकर्मियों ने लाइट बंद कर प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया जिससे कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए थे।
भाजपा कार्यकर्ताओं का फूट पड़ा गुस्सा
पुलिसकर्मियों की ओर से किए गए लाठीचार्ज का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें भाजपा कार्यकर्ता सियाराम उपाध्याय गंभीर रुप से घायल हो गए थे अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई जिस पर मृतक के पिता का कहना है कि,लड़का थाने में धरना देने गया था जहां पुलिसकर्मियों ने उसकी पिटाई कर दी घर आया तो उसको चोट लगी थी अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।इस घटना के विरोध में भाजपा जिलाध्यक्ष समेत पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं का एक बार फिर पुलिस पर गुस्सा भड़क उठा है लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ आक्रोश जताया और मुर्दाबाद के नारे लगाए।
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