Russia Ukraine War: बीते 3 सालों से चल रही यूक्रेन-रुस की जंग (Russia Ukraine War) अब तक शांत नहीं हुई है रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध में अब तक कई हजार लोगों की मौत हो चुकी है इसके बावजूद दोनों देशों के जवान युद्ध के मैदान पर एक-दूसरे के ऊपर हमला करने में पीछे नहीं हट रहे हैं। इस बीच आर-पार की लड़ाई में रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के ऊपर अब तक की सबसे खतरनाक मिसाइल से हमला किया है। यूक्रेन की ओर से जारी बयान में बताया गया कि,रुस ने युद्ध शुरु होने के बाद पहली बार इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (intercontinental ballistic missile) से हमला किया है।
रुस ने यूक्रेन पर दागी सबसे पावरफुल मिसाइल
रुस ने यूक्रेन के द्निप्रो शहर पर इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल से हमला कर दिया है बताया जा रहा है कि,रुस की ओर से हमला भारतीय समयानुसार तकरीबन सुबह 5 से 7 बजे के बीच हुआ। रुस की इन मिसाइलों ने यूक्रेन में फिर एक बार कई ऊंची इमारतों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया है। यूक्रेन के ऊपर इन मिसाइलों से हमला रुस के अस्त्राखान इलाके से किया गया है यूक्रेन की सेना ने रुस की ओर से किए गए हमले की पुष्टि की है।
रुस और यूक्रेन की जंग में क्या है अमेरिका की भूमिका?

इससे पहले 20 नवंबर को यूक्रेन की इंटेलीजेंस की ओर से यह दावा किया गया था कि,रुस की सेना अपनी इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल RS-26 Rubezh को दागने की तैयारी कर रहा है यूक्रेन ने दावा किया था कि,यह मिसाइल रुस के कपुस्तिन यार एयर बेस से लॉन्च की जाएगी। आपको बता दें कि,रुस और यूक्रेन की जंग में अब अमेरिका भी अपनी भूमिका निभाता जनर आ रहा है। एक दिन पहले ही अमेरिकी रक्षा सचिव की ओर से कहा गया जो बाइडेन प्रशासन यूक्रेन को रुस के साथ युद्ध में एंटी पर्सनल लैंड माइंस (Anti-personnel land mines) का इस्तेमाल करने की अनुमति देगा।
ICBM को रोक पाना किसी भी डिफेंस सिस्टम के लिए बेहद मुश्किल
आपको बता दें कि,इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल की रेंज करीब 6,000 से 9,300 किमी के बीच है इस मिसाइल की खास बात है कि,इसको समुद्र या जमीन कहीं से भी छोड़ा जा सकता है। युद्ध के समय आईसीबीएम मिसाइल को अहम रक्षात्मक हथियार के तौर पर माना जाता है जिसका इस्तेमाल परमाणु युद्ध में भी किया जा सकता है किसी मिसाइल को आईसीबीएम मिसाइल कहलाने के लिए उसमें 5,500 किलोमीटर की मारक क्षमता होनी चाहिए।इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल को ट्रैक करना दुश्मन के लिए काफी मुश्किल होता है आम तौर यह मिसाइल आवाज की गति से 10 गुना स्पीड में चलती है मिसाइल 24 हजार किमी/घंटे की गति से अपने टारगेट की ओर बढ़ती है जिसको रोक पाना किसी डिफेंस सिस्टम के लिए आसान नहीं होता।