Sambhal News: जामा मस्जिद-हरिहर मंदिर विवाद के बीच आज हरिहर पदयात्रा निकाली जा रही है। यह पदयात्रा कैला मंदिर से शुरू होकर जामा मस्जिद तक जाएगी, जिससे संभल में तनाव बढ़ गया है। अंतरराष्ट्रीय हरिहर सेना के इस ऐलान के बाद, जिला प्रशासन ने पूरे क्षेत्र को हाई अलर्ट जोन में तब्दील कर दिया है। विवादित धार्मिक स्थल जामा मस्जिद और उसके आसपास के पूरे इलाके को पुलिस छावनी में बदल दिया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
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माहौल बिगाड़ने वालों पर होगी ‘सख्त कार्रवाई’
बताते चले कि, जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया और पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने स्पष्ट संदेश दिया है कि संभल का माहौल किसी भी कीमत पर बिगड़ने नहीं दिया जाएगा। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि माहौल खराब करने वालों और शांति भंग करने की कोशिश करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सुरक्षा-व्यवस्था की कमान खुद वरिष्ठ अधिकारियों ने संभाल रखी है। अधिकारियों ने बताया कि शहर में पुलिस की तैनाती चप्पे-चप्पे पर है और ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है। सुरक्षा को मजबूत करने के लिए शहर को अलग-अलग जोन और सेक्टर में बांटा गया है, जहां मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं।
जामा मस्जिद सर्वे की वर्षगांठ
जामा मस्जिद सर्वे को एक वर्ष पूरा होने के कारण भी जिले में सुरक्षा व्यवस्था और चौकसी बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने शहर में एक थ्री-लेयर सुरक्षा प्रणाली लागू की है। जिले में कुल 19 मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। प्रत्येक मजिस्ट्रेट को अलग-अलग जोन और सेक्टर की जिम्मेदारी दी गई है, जिससे रियल-टाइम मॉनिटरिंग और त्वरित कार्रवाई (क्विक रिस्पॉन्स) सुनिश्चित हो सके।
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भड़काऊ गतिविधियों पर तत्काल कार्रवाई का निर्देश
कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 163 लागू कर दी गई है। इस धारा के तहत, भड़काऊ गतिविधि, अफवाह फैलाना, धार्मिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश या भीड़ जुटाने जैसी किसी भी संवेदनशील हरकत पर तत्काल और कठोर कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन किसी भी तरह के असंतोष या कानून तोड़ने की कोशिश को बर्दाश्त नहीं करेगा।
ड्रोन और सीसीटीवी से 24×7 लाइव मॉनिटरिंग
आपको बता दे कि, सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य बनाने के लिए तकनीकी निगरानी का सहारा लिया गया है। सत्यव्रत पुलिस चौकी को एक मिनी कंट्रोल रूम में बदल दिया गया है। यहां लगे हाई-क्लैरिटी सीसीटीवी कैमरे पूरे संभल की 24×7 लाइव मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इसके साथ ही, ड्रोन कैमरों को भी जामा मस्जिद परिसर और आसपास के संकरी गलियों तक की निगरानी के लिए सक्रिय कर दिया गया है। पुलिस की भारी तैनाती, रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) की गश्त और खुफिया इकाइयों (इंटेलिजेंस यूनिट) को एक्टिव मोड में रखा गया है।
अफवाहों से बचने और सहयोग करने का आह्वान
जिला प्रशासन ने संभल की जनता से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है। लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस या प्रशासनिक अधिकारियों को दें। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से सहयोग की अपील की गई है ताकि शांतिपूर्ण माहौल में इस संवेदनशील स्थिति का सामना किया जा सके।
कैला देवी महंत की याचिका और सुरक्षा चुनौती
चौकसी बढ़ाने का मुख्य कारण कैला देवी मंदिर के महंत ऋषि राज गिरी का आह्वान है। उन्होंने ही जामा मस्जिद बनाम हरिहर मंदिर प्रकरण में याचिका दायर की है और 19 नवंबर को हरिहर मंदिर पदयात्रा निकालने का आह्वान किया है। भक्तों में इस पदयात्रा को लेकर भारी उत्साह है, लेकिन प्रशासनिक एजेंसियां इसे जिले की सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती मान रही हैं और उसी के अनुरूप अभूतपूर्व तैयारी की गई है।
