Sambhal violence: उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद पर सर्वे को लेकर विवाद ने रविवार को हिंसक रूप ले लिया। सर्वेक्षण टीम के काम को रोकने के प्रयास में भीड़ ने पुलिस पर पथराव और आगजनी कर दी। हालात काबू करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने और लाठीचार्ज करना पड़ा। इस घटना में तीन लोगों की मौत और बीस से अधिक पुलिसकर्मी समेत दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
मस्जिद पर सर्वे के दौरान बेकाबू हुई भीड़
रविवार सुबह एडवोकेट कमिश्नर रमेश राघव की टीम मस्जिद में दूसरे चरण का सर्वे करने पहुंची थी। इस दौरान मस्जिद के पास बड़ी संख्या में लोग जुटने लगे। जब पुलिस ने लोगों को शांत करने और हटाने की कोशिश की, तो भीड़ उग्र हो गई और पथराव शुरू कर दिया। पथराव के बीच पुलिस की गाड़ियों को निशाना बनाया गया और कुछ वाहनों में आग लगा दी गई। इसके बाद हालात को काबू में करने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग और आंसू गैस के गोले छोड़े।
तीन मौतें, दर्जनों घायल
इस हिंसक घटना में अब तक तीन युवकों- रोमान, बिलाल और नईम की मौत की खबर है, हालांकि प्रशासन ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। घटना में डिप्टी कलेक्टर रमेश बाबू समेत बीस से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
संभल बना छावनी, चौराहों पर लगी बैरिकेडिंग
हिंसा के बाद संभल शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। चंदौसी चौराहा, शंकर चौराहा, अस्पताल चौराहा और यशोदा चौराहा जैसे प्रमुख इलाकों में भारी बैरिकेडिंग की गई है। सभी मार्गों पर सख्ती से निगरानी की जा रही है।
शहर में बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं। इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है और प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है।
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‘दंगाइयों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई’: पुलिस अधीक्षक

संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि हिंसा पूरी योजना के साथ की गई। दंगाइयों ने खासतौर पर पुलिस की गाड़ियों को निशाना बनाकर आग के हवाले किया। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया जाएगा और उनकी पहचान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की जा रही है। एसपी ने यह भी कहा कि हिंसा भड़काने वालों पर कठोर कार्रवाई होगी ताकि वे इसे ताउम्र याद रखें। साथ ही, सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वालों पर भी सख्त नजर रखी जा रही है।
कोर्ट के आदेश पर हो रहा है सर्वे
हिंदू पक्ष की ओर से कोर्ट में दावा किया गया था कि जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर के अवशेष मौजूद हैं। इसी के आधार पर न्यायालय ने मस्जिद में सर्वे का आदेश दिया। सर्वे की पहली प्रक्रिया मंगलवार को पूरी की गई थी, जिसमें वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई थी। रविवार को दूसरा सर्वेक्षण शुरू होते ही विवाद ने हिंसक रूप ले लिया।
अधिकारियों ने की संयम बरतने की अपील

घटना के बाद संभल के डीएम राजेंद्र पैंसिया और डीआईजी मुनिराज जी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। डीएम ने बताया कि सर्वे का कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है और सर्वेक्षण टीम को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। उन्होंने कहा कि शरारती तत्वों की पहचान की जा रही है और उन पर कठोर कार्रवाई होगी। घटना के बाद प्रशासन ने सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी है। भड़काऊ पोस्ट करने वालों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, पुलिस लगातार स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने और सर्वे में बाधा न डालने की अपील कर रही है।
संभल में तनावपूर्ण हालात, अलर्ट मोड पर प्रशासन
घटना के बाद संभल में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हरसंभव कदम उठा रहा है। इलाके में कर्फ्यू जैसे हालात हैं, और आम लोगों को वैकल्पिक मार्गों से भेजा जा रहा है। संभल में जामा मस्जिद पर हुए विवाद के बाद स्थिति बेहद संवेदनशील बनी हुई है। कोर्ट के आदेश पर चल रहे सर्वे के बीच इस तरह की हिंसा से माहौल और बिगड़ सकता है। प्रशासन ने सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है और आम जनता से संयम बरतने की अपील की है।

