Sanjay Bhandari: दिल्ली की एक कोर्ट ने गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के ‘करीबी’ हथियार डीलर संजय भंडारी को भगोड़ा घोषित कर दिया है। दिल्ली की विशेष अदालत ने ईडी की याचिका पर अमल करते हुए यह फैसला लिया है। नतीजतन, केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी के जासूसों का मानना है कि यूपीए काल में रक्षा क्षेत्र में 400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोपी संजय को भारत लाना आसान होगा।
इंग्लैंड में है हथियार डीलर संजय
फिलहाल हथियार डीलर संजय इंग्लैंड में है। संजय को 15 जुलाई, 2020 को इंग्लैंड में गिरफ्तार किया गया था। उसने 1.2 मिलियन डॉलर जमा करके और अपना पासपोर्ट सरेंडर करके जमानत ली थी। तब से वह सेंट्रल लंदन में नजरबंद है। उसे हर दिन पुलिस स्टेशन में मिलना पड़ता था। भारत सरकार उसे देश वापस लाने की जी-तोड़ कोशिश कर रही है। उन पर आरोप है कि यूपीए काल में रक्षा अनुबंध के लिए उन्होंने एक विदेशी कंपनी से 400 करोड़ रुपये लिए थे। वे विदेश में छिप गए थे। उन पर दुबई की कई कंपनियों से अवैध लेन-देन का भी आरोप है।
कोर्ट ने किया भगोड़ा घोषित
इससे पहले लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने संजय को प्रत्यर्पित करने की अनुमति दी थी। लेकिन तब भी कानूनी पेचीदगियों के चलते उन्हें देश वापस नहीं लाया जा सका था। ईडी अधिकारियों का मानना है कि अगर उन्हें भारतीय कोर्ट में भगोड़ा घोषित कर दिया जाता है तो उन्हें भारत प्रत्यर्पित करना आसान हो जाएगा। कथित तौर पर संजय के प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा से लंबे समय से करीबी संबंध थे। दावा है कि रॉबर्ट ने लंदन में संजय से सस्ते दामों पर एक बंगला खरीदा था। कुछ दिन पहले भी ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में रॉबर्ट को तलब किया था। उस मामले में भी संजय से उनके संबंधों और वित्तीय लेन-देन के आरोप हैं। ऐसे में रॉबर्ट पर संजय के प्रत्यर्पण का दबाव बढ़ सकता है। हालांकि रॉबर्ट ने सभी आरोपों को बार-बार नकारा है।

