Savitri Jindal ने छोड़ा हाथ का साथ,कमल का थामेंगी दामन

Aanchal Singh

Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है. हर एक राजनीतिक दल चुनावी तैयारियों में जुटा हुआ है. एक ओर जहां कांग्रेस चुनाव की तैयारी कर रही है, वही दूसरी ओर पार्टी को एक के बाद एक झटके मिलते हुए दिखाई दे रहे है. नेताओं के दल बदल और इस्तीफों का दौर जारी है. देश की सबसे अमीर महिला और देश के टॉप अमीरों की लिस्ट में शुमार सावित्री जिंदल ने कांग्रेस का साथ छोड़ने का ऐलान कर दिया है. मिली जानकारी के मुताबित आज वे भाजपा में शामिल होंगी.

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कांग्रेस को लगा बड़ा झटका..

आगामी चुनाव में बस कुछ ही दिनों का समय बाकी है.ऐसे में कांग्रेस को लगातार झटके मिलते हुए दिखाई दे रहे है. आए दिन किसी न किसी नेता के इस्तीफे की खबर सामने या फिर कई नेता पाला बदलते हुए दिखाई देते है. बता दे कि ओपी जिंदल समूह की चेयरमैन और हरियाणा की पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने बुधवार देर रात घोषणा करते हुए कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने की पुष्टि कर दी.

सावित्री जिंदल ने एक्स पर किया पोस्ट..

आपको बता दे कि सावित्री जिंदल ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा अपने परिवार की सलाह पर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का निर्णय लिया था. ‘मैंने एक विधायक के रूप में 10 वर्षों तक हिसार के लोगों का प्रतिनिधित्व किया और एक मंत्री के रूप में निस्वार्थ भाव से हरियाणा राज्य की सेवा की है. हिसार की जनता मेरा परिवार है और अपने परिवार की सलाह पर मैं आज कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूं.’

सावित्री जिंदल सबसे अमीर महिलाओं की लिस्ट में शुमार

84 साल की सावित्री जिंदल भारत की सबसे अमीर महिलाओं की लिस्ट में शुमार है. सावित्री, जिंदल समूह का विशाल कारोबार संभाल रही है.ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक, 28 मार्च 2024 तक सावित्री जिंदल की कुल संपत्ति 29.6 अरब डॉलर है. जो कि भारतीय रुपयों में करीब 2.47 लाख करोड़ रुपये के आस-पास बैठती है. सावित्री जिंदल का नाम देश की सबसे अमीर महिलाओं की सूची में सबसे पहले नंबर पर आता है. दुनिया के टॉप अरबपतियों के लिस्ट की बात करें तो वे 56वें स्थान पर हैं.

कैसा रहा राजनीतिक सफर?

सावित्री जिंदल ने 10 सालों तक हिसार निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और हरियाणा सरकार में मंत्री के रूप में भी कार्य किया. विमान दुर्घटना में उनके पति और जिंदल समूह के संस्थापक ओपी जिंदल की मृत्यु होने के बाद जिंदल को हिसार निर्वाचन क्षेत्र से हरियाणा विधानसभा के लिए चुना गया था. फिर साल 2009 में वह हिसार से फिर से चुनी गईं और उसके बाद अक्टूबर 2013 में उन्हें हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री नियुक्त किया गया.साल 2006 में शहरी स्थानीय निकाय और आवास राज्य मंत्री के रूप में उन्होंने काम किया, लेकिन 2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में उन्हें हिसार से हार का सामना करना पड़ा था.

3 दिन पहले नवीन जिंदल ने भाजपा में हुए शामिल

OP Jindal Group किसी एक सेक्टर तक ही सीमित नहीं है. इस ग्रुप में स्टील, एनर्जी, इंफ्रास्ट्रक्चर, सीमेंट, निवेश और पेंट सेक्टर शामिल हैं. भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में जेएसडब्ल्यू ग्रुप का बड़ा बिजनेस है. बता दे कि कंपनी अमेरिका, यूरोप और यूएई से चिली तक बिजनेस करती है. सावित्री जिंदल के बेटे नवीन जिंदल ने भी हाल ही में कांग्रेस का हाथ छोड़ भाजपा का दामन थामा था. अब वे भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को तौर पर कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. दरअसल, नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र से साल 2004 से 2009 और साल 2009 से 2014 तक कांग्रेस से सांसद रहे हैं.

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