Corona Update: उत्तर प्रदेश में एक बार फिर कोरोना वायरस ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। राज्य में कोविड संक्रमितों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है, जिससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। ताजा मामलों में 5 चिकित्सवकों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई है, जिसके बाद प्रदेश की सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों को सतर्क कर दिया है।
चिकित्सव भी कोरोना की चपेट में

बता दें कि हाल ही के दिनों में एसजीपीजीआई और केजीएमयू जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के 5 चिकित्सकों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इन चिकित्सकों को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है और स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में उनका उपचार जारी रहेगा। चिकित्सकों के संक्रमित होने से न केवल अस्पतालों में सेवाएं प्रभावित हुई हैं, बल्कि संक्रमण के और फैलने की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं।
कुल सक्रिय केस
एक रिपोर्ट के अनुसार इस समय यूपी में कुल सक्रिय कोरोना मामलों की संख्या 225 पहुंच चुकी है। इनमें लखनऊ में 22 केस दर्ज किए जा चुके हैं। ये संख्या भले ही ज्यादा नहीं लग रही है लेकिन चिकित्सकों के संक्रमित होने की खबरों ने स्वास्थ्य सेवाओं के संचालन को लेकर चिंता बढ़ गई हैं।
जिला अस्पतालों के कड़े निर्देश जारी
कोरोना मामलों में वृद्धि को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को तत्काल प्रभाव से सतर्क किया है। अब इन संस्थानों में कार्यरत चिकित्सकों और कर्मचारियों की जांच अनिवार्य रूप से कराई जा रही है। जिसका उद्देश्य संभावित संक्रमण की पहचान कर समय पर उपचार प्रदान करना और संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ना है।
अस्पतालों में जांच के निर्देश
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह स्पष्ट किया है कि सभी चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की नियमित जांच की जाएगी और पॉजिटिव पाए जाने पर तुरंत होम आइसोलेशन में रखा जाएगा। इसके अलावा उनके संपर्क में आने वाले लोगों की ट्रेसिंग और टेस्टिंग भी कराई जाएगी। विभाग ने यह भी कहा है कि संक्रमण की रोकथाम के लिए मास्क पहनना, सैनिटाइज़ का प्रयोग और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का विशेष तौर पर पालन करना होगा।

Read more: Corona Update: भारत में फिर डराने लगा कोरोना…9 दिनों में 58 की मौत, एक्टिव केस 6000 पार