Sawan Shivratri 2025: सनातन धर्म में सावन शिवरात्रि को बेहद ही महत्वपूर्ण माना गया है, जो कि महादेव की साधना आराधना को समर्पित होती है। इस दिन भक्त भगवान भोलेनाथ की विधि विधान से पूजा करते हैं और उपवास भी रखते हैं, माना जाता है कि ऐसा करने से प्रभु की असीम कृपा बरसती है और कष्टों का निवारण हो जाता है।
पंचांग के अनुसार मासिक शिवरात्रि हर माह में पड़ती है लेकिन श्रावण माह में पड़ने वाली सावन शिवरात्रि को विशेष बताया गया है। सुहागिन महिलाएं सुखी वैवाहिक जीवन के लिए उपवास रखती हैं तो वहीं कुंवारी कन्याएं योग्य वर की प्राप्ति के लिए सावन शिवरात्रि का व्रत करती हैं। इस बार सावन शिवरात्रि का व्रत आज यानी 23 जुलाई दिन बुधवार को किया जा रहा है, तो हम आपको पूजा मुहूर्त व अन्य जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
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सावन शिवरात्रि पर जलाभिषेक मुहूर्त

पंचांग के अनुसार सावन शिवरात्रि के दिन ब्रह्म मुहूर्त 23 जुलाई को सुबह 4 बजकर 15 मिनट से 4 बजकर 56 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा निशिता काल पूजा का मुहूर्त रात 12 बजकर 7 मिनट से लेकर 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा।
सावन शिवरात्रि चार पहर पूजा का मुहूर्त
सावन शिवरात्रि पर रात्रि प्रथम प्रहर पूजा का समय शाम 7 बजकर 17 मिनट से 9 बजकर 53 मिनट तक रहेगा। रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा का समय रात 9 बजकर 53 मिनट से 12 बजकर 28 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा का समय 3 बजकर 3 मिनट से सुबह 5 बजकर 38 मिनट तक रहेगा। निशिता काल पूजा समय रहेगा रात 12 बजकर 7 मिनट से लेकर 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। जिसकी कुल अवधि 41 मिनट रहेगी।
सावन शिवरात्रि पूजा विधि
सावन शिवरात्रि के दिन सुबह स्नान के बाद व्रत का संकल्प करें। इसके बाद गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी और चीनी यानी पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करें। बेलपत्र, भांग, धतूरा, सफेद पुष्प, चंदन, फल और धूप दीपक अर्पित करें। महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें और फिर रात्रि काल में जलाभिषेक करें। रात्रि जागरण करें, रातभर शिव भजन, स्तोत्र या शिव पुराण का पाठ करें। अगले दिन शुभ मुहूर्त पर व्रत का पारण करें।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां पौराणिक कथाओं,धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। खबर में दी जानकारी पर विश्वास व्यक्ति की अपनी सूझ-बूझ और विवेक पर निर्भर करता है। प्राइम टीवी इंडिया इस पर दावा नहीं करता है ना ही किसी बात पर सत्यता का प्रमाण देता है।
