SBI Q3 Results: भारतीय स्टेट बैंक ने वित्तीय परिणामों का खुलासा, एकल शुद्ध लाभ में 84% की बढ़ोतरी

SBI के अधिकारियों ने आगामी तिमाहियों में भी मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद जताई है। बैंक का लक्ष्य अपने ऋण पोर्टफोलियो को और बढ़ाना और प्रौद्योगिकी का अधिकतम उपयोग करते हुए अपने ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान करना है।

Shilpi Jaiswal

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने तिमाही वित्तीय परिणामों का खुलासा किया है, जिसमें तीसरी तिमाही (Q3) में एकल शुद्ध लाभ में 84% की जबरदस्त वृद्धि देखने को मिली है। इस वृद्धि के साथ ही बैंक का शुद्ध लाभ ₹16,884 करोड़ पर पहुंच गया है, जो पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि में ₹9,570 करोड़ था। यह परिणाम भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के लिए एक सकारात्मक संकेत है और इसे बैंक के मजबूत प्रबंधन और रणनीतिक फैसलों का परिणाम माना जा रहा है।

SBI के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, दिनेश कुमार खारा ने तिमाही नतीजों की घोषणा करते हुए कहा कि बैंक ने वित्तीय वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने यह भी बताया कि बैंक के ऋण पोर्टफोलियो में भी बढ़ोतरी हुई है, जिससे बैंक की वित्तीय स्थिति सुदृढ़ हुई है। खारा ने कहा कि यह वृद्धि विभिन्न कारकों के कारण हुई है, जिनमें उच्च गुणवत्ता वाले ऋण और अधिक सावधानीपूर्ण जोखिम प्रबंधन रणनीतियां शामिल हैं।

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बैंक के प्रमुख आंकड़े

शुद्ध लाभ: SBI का शुद्ध लाभ ₹16,884 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही के मुकाबले 84% अधिक है।
कुल आय: कुल आय में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो ₹78,500 करोड़ से अधिक रही।
क्रेडिट ग्रोथ: बैंक का कुल ऋण पोर्टफोलियो ₹32 लाख करोड़ के पार पहुंच गया, जिसमें साल दर साल 14% की वृद्धि देखी गई।
ब्याज आय: बैंक की ब्याज आय में 23% की वृद्धि हुई और यह ₹51,000 करोड़ के पार पहुंच गई।
नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA): बैंक का सकल एनपीए (NPA) अनुपात 3.09% रहा, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 3.52% था। शुद्ध एनपीए अनुपात 0.76% रहा, जो एक साल पहले 0.80% था।

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सावधि जमा और अग्रिम ऋणों में वृद्धि

SBI ने अपनी सावधि जमा राशि में भी वृद्धि देखी है, जो 9% बढ़कर ₹7.73 लाख करोड़ तक पहुंच गई। बैंक के अग्रिम ऋणों की वृद्धि भी 14% रही, जो आर्थिक सुधार और उपभोक्ताओं की बढ़ती ऋण मांग का संकेत है। खारा ने यह भी कहा कि बैंक का कर्ज देने का रवैया अत्यंत सावधान और नियंत्रित था, जिससे संभावित जोखिमों को कम किया गया।

डिजिटल बैंकिंग और ग्राहक संख्या में वृद्धि

SBI ने अपने डिजिटल बैंकिंग प्लेटफार्मों को और भी मजबूत किया है, और इसके चलते ग्राहक संख्या में भी तेजी से वृद्धि देखी गई है। डिजिटल लेन-देन और मोबाइल बैंकिंग एप्लिकेशन के उपयोग में भी रिकॉर्ड स्तर पर वृद्धि दर्ज की गई है। बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए कई नई डिजिटल सेवाओं की शुरुआत की है, जिससे बैंकिंग सेवाएं और भी सुलभ और सुविधाजनक हो गई हैं।

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आगे का दृष्टिकोण

SBI के अधिकारियों ने आगामी तिमाहियों में भी मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद जताई है। बैंक का लक्ष्य अपने ऋण पोर्टफोलियो को और बढ़ाना और प्रौद्योगिकी का अधिकतम उपयोग करते हुए अपने ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान करना है। इसके अलावा, बैंक अपने कर्ज़ों की गुणवत्ता में और सुधार करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में बैंक की वित्तीय स्थिति और मजबूत बनी रहे।

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