Bareilly Violence: जुमे की नमाज को लेकर बरेली में सुरक्षा चाक-चौबंद, 81 गिरफ्तार, इंटरनेट सेवा ठप

Aanchal Singh
Bareilly Violence
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Bareilly Violence: पिछले सप्ताह शुक्रवार को बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर को लेकर भड़की हिंसा के बाद प्रशासन ने सुरक्षा कड़ी कर दी है. आज की जुमे की नमाज को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस हाई अलर्ट पर हैं. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले में 6000 अतिरिक्त जवान दूसरे जिलों से मंगाकर तैनात किए गए हैं. इसके साथ ही दशहरा की रात पुलिस ने शहर में फ्लैग मार्च भी किया, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो.

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शांति बनाए रखने के लिए व्यापक उपाय

आपको बता दे कि, बरेली के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) एके साहनी ने बताया कि शहर की स्थिति पूरी तरह से सामान्य है. शांति बनाए रखने के लिए पुलिस पैदल गश्त कर रही है और प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) की 10 कंपनियां भी तैनात हैं. डीआईजी साहनी ने सभी पक्षों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें और त्योहारों को बिना किसी विवाद के मनाएं.

फ्लैग मार्च के जरिए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा

बताते चले कि, गुरुवार को ADG जोन बरेली रमित शर्मा और कमिश्नर भूपेंद्र चौधरी ने शहर में फ्लैग मार्च किया. इस दौरान उन्होंने सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की और शांति बनाए रखने की अपील की. बरेली को 4 सुपर जोन और 4 स्पेशल जोन में विभाजित किया गया है, जिसमें हर जोन में वरिष्ठ अधिकारी और पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

मौलाना अहसान रजा की शांति की अपील

बरेली की आला हजरत दरगाह के मौलाना अहसान रजा खां ने मुसलमानों से जुमे की नमाज के बाद शांति से अपने घर लौटने की अपील की है. उन्होंने लोगों से अफवाहों से दूर रहने और अमन-चैन बनाए रखने का आग्रह किया. मौलाना ने कहा कि समुदाय को एकजुट रहना चाहिए और किसी भी प्रकार की हिंसा से बचना चाहिए.

हिंसा के आरोप में अब तक 81 गिरफ्तारियां

बरेली पुलिस ने हिंसा और उपद्रव के सिलसिले में अब तक 81 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव नफीस खान और उनके बेटे फरमान खान भी शामिल हैं. पुलिस के मुताबिक, नफीस और फरमान ने जानबूझकर भीड़ को भड़काया और अफवाहें फैलाकर उपद्रव को जन्म दिया. फरमान आईएमसी का फेसबुक पेज भी संभालता था, जिसके जरिए उन्होंने भीड़ जुटाई.

नफीस खान और बेटे की भूमिका उजागर

पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि नफीस खान और उनके बेटे ने साजिश की बात स्वीकार की है. उन्होंने जानबूझकर अपील को फर्जी बताकर भ्रम फैलाया, जिससे हिंसा भड़क सकी। अब पुलिस साजिश में शामिल अन्य लोगों की पहचान कर रही है। प्रशासन इस मामले में कड़ी कार्रवाई कर रहा है.

शांति बनाए रखने के लिए इंटरनेट सेवा 48 घंटे के लिए बंद

पुलिस और प्रशासन की सुरक्षा बढ़ाने के मद्देनजर बरेली में 2 अक्टूबर दोपहर 3 बजे से लेकर 4 अक्टूबर दोपहर 3 बजे तक मोबाइल इंटरनेट और ब्रॉडबैंड सेवा को निलंबित कर दिया गया है. यह कदम अशांति फैलाने वाले तत्वों को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया है। इससे पहले आला हजरत दरगाह और आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान के घर के बाहर पोस्टर लेकर प्रदर्शनकारी जमा हुए थे, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया था.

बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ विवाद ने शहर में तनाव फैलाया, लेकिन प्रशासन और पुलिस ने कड़े सुरक्षा उपाय कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की है. सभी संबंधित पक्षों से शांति बनाए रखने और कानून का सम्मान करने की अपील की गई है, ताकि त्योहारों का माहौल शांतिपूर्ण रहे.

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