Seema Pahwa:दिग्गज अभिनेत्री सीमा पाहवा ने हाल ही में बॉलीवुड की मौजूदा स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने इंडस्ट्री में रचनात्मकता के अभाव और व्यवसायिक सोच के बढ़ते वर्चस्व को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की। सीमा ने यहां तक कह दिया कि अब उन्हें फिल्म इंडस्ट्री को जल्द ही ‘नमस्ते’ कहनी पड़ सकती है।
इंडस्ट्री को करना पड़ेगा नमस्ते
एक इंटरव्यू में सीमा पाहवा ने कहा, “मुझे लग रहा है कि अब जल्दी फिल्म इंडस्ट्री को नमस्ते करनी पड़ेगी। इंडस्ट्री की हालत बहुत खराब है और एक तरह से उन्होंने रचनात्मक लोगों की हत्या कर दी है। अब यह पूरी तरह से व्यापारियों के हाथ में चली गई है। वे व्यापारिक सोच से इंडस्ट्री को जिंदा रखना चाहते हैं। मुझे नहीं लगता कि हम जैसे लोग, जो इतने सालों से इस इंडस्ट्री का हिस्सा रहे हैं, इस सोच के साथ टिक पाएंगे।”
फिल्म को सिर्फ एक्टर ही चलाता है
सीमा ने आगे कहा, “मैं समझती हूं कि उन्हें पैसा कमाना है, लेकिन शायद इसी वजह से अब उन्हें हमारी जरूरत नहीं है। वे हमें ‘पुराने लोग’ कहते हैं और कहते हैं कि हमारा सोचने का तरीका पुराना है। उनका मानना है कि फिल्म को सिर्फ एक्टर ही चलाता है। उनके अनुसार सिर्फ व्यावसायिक चीजें ही फिल्म को सफल बनाती हैं।”
फिल्ममेकर्स को बनाया निशाना
सीमा पाहवा ने फिल्ममेकर्स पर भी निशाना साधा और कहा कि वे बार-बार वही 100 करोड़ क्लब वाली फॉर्मूला फिल्में बना रहे हैं, जो बॉक्स ऑफिस पर असफल हो रही हैं। उन्होंने कहा, “अगर आप अच्छे कंटेंट वाली कम बजट की फिल्में बनाएंगे तो कम से कम पांच में से दो फिल्में जरूर चलेंगी। लेकिन अब भी वही घिसी-पिटी फॉर्मूला फिल्मों पर भरोसा किया जा रहा है, जिसे जनता बार-बार नकार रही है।” इसके साथ ही उन्होंने OTT प्लेटफॉर्म्स को लेकर भी सीमा ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि वहां भी अपनी तरह की समस्याएं हैं, इसलिए अब उन्होंने खुद को थिएटर की ओर मोड़ लिया है।
वर्क फ्रंट
वर्क फ्रंट की बात करें तो सीमा पाहवा जल्द ही फिल्म ‘भूल चुक माफ’ में नजर आएंगी। इस फिल्म में उनके साथ राजकुमार राव और वामीका गब्बी भी मुख्य भूमिकाओं में हैं। फैंस उन्हें बड़े पर्दे पर देखने के लिए उत्साहित हैं, लेकिन सीमा का यह बयान इंडस्ट्री के बदलते माहौल पर एक बड़ा सवाल जरूर खड़ा करता है।
