Shani Jayanti 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि पर शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। जो कि शनि पूजा अर्चना को समर्पित है इस दिन भक्त शनि महाराज की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं मान्यता है कि इसी तिथि पर शनि देव का जन्म हुआ था।
इस बार यह पर्व 27 मई दिन मंगलवार यानी आज मनाया जा रहा है। इसी दिन ज्येष्ठ माह का तीसरा बड़ा मंगल भी मनाया जा रहा है। शनि जयंती के दिन शनि मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ भी देखने को मिलती है, ऐसे में हम आपको शनि जयंती पर शनि पूजा का आखिरी शुभ मुहूर्त और इस दिन किए जाने वाले शुभ कार्यों की जानकारी प्रदान कर रहे हैं, तो आइए जानते हैं।

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शनि जयंती का आखिरी शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार शनि जयंती आज यानी 27 मई जा रही है इस दिन पूजा का आखिरी शुभ मुहूर्त दोपहर 3 बजकर 43 मिनट से 5 बजकर 22 मिनट तक है। जो भक्त अभी तक शनि देव की पूजा नहीं कर पाएं हैं उनके लिए शनि पूजा का यह मुहूर्त में लाभकारी साबित होगा।
शनि देव को चढ़ाएं ये चीजें
आपको बता दें कि शनि जयंती के शुभ दिन शनि महाराज की पूजा करें साथ ही भगवान की पूजा में तेल, काले तिल, साबूत काली उड़द, काले वस्त्र, लोहे की कील, अपराजिता के पुष्प आदि चीजें अर्पित करें। मान्यता है कि शनि देव को इन चीजों को चढ़ाने से भगवान प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों की सारी मनोकामनाएं भी पूरी करते हैं। शनि देव को आप भोग में चावल, काले तिल और काली उड़द की खिचड़ी भी अर्पित कर सकते हैं।
शनि जयंती पर जरूर करें यह काम
शनि जयंती के शुभ दिन पर गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र आदि का दान जरूर करें। ऐसा करने से शनि महाराज की कृपा बरसती है। इसके अलावा इस दिन कुष्ठ रोगियों को जूते चप्पल और काले कंबल का दान करना भी उत्तम होगा।
इस दिन काले कुत्ते और काली गाय को रोटी जरूर खिलाएं। इसके साथ ही शनि मंदिर के अन्नक्षेत्र में अपनी इच्छा अनुसार काले तिल या काली उड़छ का दान करें। इस दिन शनि प्रतिमा का अभिषेक सरसों तेल से करें। ऐसा करने से शनि देव की कृपा बरसती है।


