Shanichari Amavasya 2025: सनातन धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या तिथि को बेहद ही खास माना गया है, जो कि हर माह में एक बार पड़ती है। पंचांग के अनुसार अभी भाद्रपद माह चल रहा है और इस माह पड़ने वाली अमावस्या को भाद्रपद अमावस्या, शनिश्चरी अमावस्या और शनि अमावस्या के नाम से जाना जा रहा है।
इस दिन स्नान दान व पूजा पाठ का विधान होता है, मान्यता है कि शनिश्चरी अमावस्या के दिन शनि साधना करने से जीवन की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं और सुख समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। ऐसे में हम आपको शनिश्चरी अमावस्या पर पूजा की सरल विधि बता रहे हैं।
Read more: Shani Amavasya 2025: शनि अमावस्या पर भूलकर भी न करें ये गलतियां, जिंदगीभर होगा पछतावा
शनिश्चरी अमावस्या का मुहूर्त
शनिश्चरी अमावस्या पर सुबह 7 बजकर 44 मिनट से 9 बजकर 19 मिनट तक पहला मुहूर्त रहेगा। इसके बाद दोपहर 12 बजकर 4 मिनट से 12 बजकर 54 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा। वहीं तीसरा मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 29 मिनट से 2 बजकर 4 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा आखिरी मुहूर्त दोपहर 3 बजकर 39 मिनट से 5 बजकर 14 मिनट तक रहेगा। इन शुभ मुहूर्तों में पूजा पाठ करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
शनिश्चरी अमावस्या पूजा विधि
आपको बता दें कि आज यानी शनिश्चरी अमावस्या के दिन सुबह उठकर स्नान आदि करें इसके बाद व्रत पूजा का संकल्प करें। इसके बाद किसी शनि मंदिर में जाकर पूजा करें या घर पर ही शनि देव की पूजा करें। सबसे पहले शनि देव की प्रतिमा स्थापित करें इसके बाद सरसों तेल से शनि देव का अभिषेक करें। इस तेल में काले तिल, काली उड़द भी डालें। इसके बाद काले वस्त्र शनि देव को अर्पित करें।
भगवान को अपराजिता के पुष्प अर्पित करें पूजा के दौरान ऊं प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम: इस मंत्र का मन ही मन जाप करें। पूजा के बाद उड़द व चावल की खिचड़ी का भगवान को भोग लगाएं। खिचड़ी को सरसों तेल में ही बनाएं। इसके बाद आरती करें। माना जाता है कि जो भक्त इस विधि से शनिश्चरी अमावस्या पर शनि महाराज की पूजा करता है उस पर शनि की असीम कृपा बनी रहती है और सारी परेशानियां भी दूर हो जाती हैं।

Read more: Shani Amavasya 2025: शनि अमावस्या पर भूलकर भी न करें ये गलतियां, जिंदगीभर होगा पछतावा
Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां पौराणिक कथाओं,धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। खबर में दी जानकारी पर विश्वास व्यक्ति की अपनी सूझ-बूझ और विवेक पर निर्भर करता है। प्राइम टीवी इंडिया इस पर दावा नहीं करता है ना ही किसी बात पर सत्यता का प्रमाण देता है।
