Sharad Pawar : शरद पवार ने भतीजे के साथ ‘विलय’ की अटकलों को किया खारिज, बोले -‘मैं गांधी-नेहरू विचारधारा नहीं छोड़ सकता’

Mona Jha

Sharad Pawar : मराठा नेता शरद पवार ने अपने भतीजे अजित पवार के एनसीपी में विलय की अटकलों पर फिलहाल विराम लगा दिया है। उन्होंने साफ किया है कि गांधी-नेहरू विचारधारा को छोड़ना उनके लिए संभव नहीं है। जो लोग सत्ता के लिए सत्ताधारी पार्टी से हाथ मिलाते हैं, वे सिर्फ अवसरवादी हैं।

नेता शरद पवार ने अटकलें को दिया विराम

आपको बतादें कि काफी समय से एनसीपी के दो खेमों अजित पवार और शरद पवार के विलय की अटकलें लगाई जा रही थी। सुनने में आ रहा था कि विधानसभा में हार के बाद शरद पवार के खेमे के नेता पार्टी के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। खुद सीनियर पवार भी अपनी बेटी सुप्रिया सुले के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। सुनने में आ रहा था कि शरद पावर भविष्य के बारे में सोचते हुए अपनी पार्टी का विलय भतीजे अजित पवार के साथ कर सकते हैं। लेकिन खुद सीनियर पवार ने उस अटकल पर विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें समान विचारधारा वाली अन्य पार्टियों के साथ बैठकर बातचीत करने में कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन वह किसी भी ऐसी पार्टी के साथ बातचीत की मेज पर नहीं बैठेंगे जिसने सत्ता के लालच में शासक के साथ गठबंधन किया हो।

क्योंकि महत्वपूर्ण है नगर निगम चुनाव ?

महाराष्ट्र में नगर निगम चुनाव आने वाले हैं। शिवसेना के दो खेमों और एनसीपी के दो खेमों के लिए ये नगर निगम चुनाव बहुत महत्वपूर्ण हैं। क्योंकि यह चुनाव ही दिखाएगा कि स्थानीय स्तर पर संगठन कितना मजबूत है। शरद कहते हैं कि अगर हम इन स्थानीय चुनावों में गठबंधन भी करते हैं, तो वह समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ होगा। सीनियर पवार ने कहा है कि “हम आगामी स्थानीय चुनावों में समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन करने के लिए तैयार हैं। हम गांधी-नेहरू, ज्योतिबा फुले या अंबेडकर की विचारधारा को मानने वालों के साथ गठबंधन कर सकते हैं।

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लेकिन अगर कोई सत्ता के लिए भाजपा से हाथ मिलाता है, तो वह अवसरवाद है और मैं इसका किसी भी तरह से समर्थन नहीं कर सकता।” पवार ने कहा है कि विचारधारा के लिए लड़ना पड़ता है। उन्होंने अतीत में अपने संघर्ष की भी याद दिलाई। पवार के स्पष्ट शब्द हैं कि पार्टी छोड़कर जाने वालों के बारे में ज्यादा सोचने का कोई मतलब नहीं है। नई पीढ़ी को नेता विकसित करने के अवसर दिए जाने चाहिए।

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