भारतीय शेयर बाजार (Share Market) में इस सप्ताह सेंसेक्स ने जबरदस्त तेजी देखी है, जिससे निवेशकों में उत्साह का माहौल है। पिछले कुछ दिनों में सेंसेक्स ने ऐतिहासिक ऊंचाइयां छुई हैं। इस तेजी के कई कारण हैं, जिनमें वैश्विक आर्थिक सुधार, घरेलू आर्थिक संकेतकों में सुधार, कंपनियों के अच्छे वित्तीय परिणाम, और सरकार की सकारात्मक नीतियां शामिल हैं। इसके अलावा, विदेशी निवेशकों का विश्वास और बढ़ता निवेश भी सेंसेक्स की रफ्तार को तेज कर रहा है। इन सभी तत्वों ने बाजार में सकारात्मक माहौल को जन्म दिया है।
वैश्विक आर्थिक माहौल

शेयर बाजार (Share Market) की तेजी के पीछे सबसे बड़ा कारण वैश्विक आर्थिक स्थिति है। अमेरिका, यूरोप और एशिया में आर्थिक विकास की गति तेज हो रही है। खासकर अमेरिका में रोजगार दर में बढ़ोतरी और चीन के इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश के संकेतों से बाजार को समर्थन मिला है। इसके अलावा, भारत के प्रमुख व्यापारिक साझीदार देशों में स्थिरता ने भी सेंसेक्स के प्रदर्शन को सकारात्मक दिशा दी है।
घरेलू आर्थिक संकेतक
भारत की जीडीपी वृद्धि दर, विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में मजबूती, और महंगाई दर में गिरावट ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है। भारतीय रिजर्व बैंक की नीतियां भी इस गति में मददगार रही हैं। ब्याज दरों में स्थिरता और मुद्रा नीति ने बाजार को बेहतर प्रदर्शन के लिए उत्तेजित किया है।
वित्तीय परिणामों का प्रभाव
इस समय कंपनियों के तिमाही वित्तीय परिणाम सामने आ रहे हैं, और ज्यादातर कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। प्रमुख कंपनियों के अच्छे तिमाही नतीजे और उम्मीद से बेहतर मुनाफे ने निवेशकों को उत्साहित किया है। खासकर आईटी, बैंकिंग, और ऑटोमोबाइल क्षेत्र में शानदार परिणामों ने बाजार को बल प्रदान किया है।

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प्राइवेट निवेश और एफडीआई
भारत में प्राइवेट निवेश और विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) की स्थिति भी सकारात्मक रही है। सरकार ने मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत जैसी योजनाओं के जरिए निवेशकों को आकर्षित किया है। इसके अलावा, भारतीय स्टॉक मार्केट में एफआईआई (फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स) का निवेश भी बढ़ा है, जिससे बाजार को स्थिरता और तेजी मिली है।
सरकारी नीतियां और सुधार
भारतीय सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं, जैसे GST, Insolvency and Bankruptcy Code (IBC), और बैंकों के लिए पूंजी जुटाने के उपायों ने आर्थिक सुधार को बढ़ावा दिया है। इन सुधारों ने न केवल व्यापार के माहौल को सुधारा है बल्कि निवेशकों का विश्वास भी बढ़ाया है।

सेंसेक्स की रफ्तार और निवेशकों का उत्साह
इन सभी कारकों के मेल से सेंसेक्स में तेजी आई है। निवेशकों का मानना है कि आने वाले महीनों में बाजार में यह रफ्तार बनी रहेगी। खासकर दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह एक अच्छा मौका है। हालांकि, बाजार में उतार-चढ़ाव का खतरा हमेशा रहता है, इसलिए निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए।

