Share Market Today 29 July:भारतीय शेयर बाजार इन दिनों गंभीर संकट से गुजर रहा है। लगातार तीसरे दिन शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई है। सोमवार, 28 जुलाई को सेंसेक्स 572 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ, वहीं निफ्टी 156 अंकों की कमजोरी के साथ बंद हुआ। मंगलवार को भी बाजार ने कमजोर शुरुआत की है। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों नकारात्मक दबाव में हैं। इस तीन दिन की गिरावट में कुल मिलाकर निवेशकों को लगभग 13 लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है।
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गिरावट के पीछे मुख्य कारण

शेयर बाजार में आई इस तबाही के कई कारण हैं, जिनमें सबसे बड़ा कारण भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील में हो रही देरी है। 1 अगस्त को टैरिफ लागू होने वाली है, जिससे विदेशी निवेशकों में असमंजस बना हुआ है। विदेशी निवेशक इस अनिश्चितता के कारण भारतीय शेयर बाजार से पैसे बाहर निकाल रहे हैं।इसके अलावा, कई बड़ी भारतीय कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजों ने निवेशकों को निराश किया है। इन कमजोर परिणामों ने बाजार की धारणा पर नकारात्मक प्रभाव डाला है, जिससे बाजार में बेचने का दबाव बढ़ गया है।
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निवेशकों को तीन दिनों में भारी नुकसान

तीन दिन के इस नकारात्मक दौर में बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप लगभग 460 लाख करोड़ रुपये से घटकर 448 लाख करोड़ रुपये तक आ गया है। अकेले सोमवार को ही लगभग 4 लाख करोड़ रुपये का बाजार मूल्य खत्म हो गया। मिडकैप और स्मॉलकैप सेक्टर भी गहरे नुकसान में रहे, जिससे पूरे बाजार में व्यापक बिकवाली देखने को मिली।
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विदेशी निवेशकों की बिकवाली
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPIs) लगातार भारतीय शेयरों की बिकवाली कर रहे हैं। जुलाई में अब तक एफपीआई ने 30,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर बेचे हैं, जिसमें पिछले पांच दिनों में अकेले 13,500 करोड़ से अधिक की बिकवाली शामिल है। यह बिकवाली बाजार की कमजोरी को और बढ़ा रही है।
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आर्थिक और नीतिगत कारण
अमेरिका और भारत के बीच ट्रेड डील के टलने से बाजार की धारणा प्रभावित हुई है। साथ ही कमजोर कॉर्पोरेट आय और टैरिफ के बढ़ते जोखिमों ने निवेशकों की चिंता को बढ़ा दिया है। एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) और इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (Ind-Ra) ने भारत की जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर क्रमशः 6.5% और 6.3% कर दिया है, जो निवेशकों के विश्वास पर असर डाल रहा है।
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तकनीकी कारक भी है गिरावट का कारण
तकनीकी विश्लेषकों के अनुसार, निफ्टी इंडेक्स को 20-दिवसीय SMA पर कड़ी चुनौती मिल रही है। यदि यह स्तर टूटता है, तो बाजार में गिरावट 24,500 से 24,300 तक बढ़ सकती है। वहीं 25,000 के ऊपर मजबूती मिलने पर बाजार में सुधार के आसार बने रहेंगे।

