Shreyasi Singh: बिहार की राजनीति में एक युवा और दमदार चेहरा उभरकर सामने आया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जमुई विधायक श्रेयसी सिंह को पहली बार नीतीश कुमार की कैबिनेट में मंत्री के तौर पर शामिल किया गया है। 34 वर्षीय श्रेयसी ने न केवल राजनीति में अपनी जगह बनाई है, बल्कि वह अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाजी में भारत के लिए स्वर्ण पदक सहित कई बड़े पदक जीत चुकी हैं।
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पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी
आपको बता दे कि, श्रेयसी सिंह का जन्म 29 अगस्त 1991 को जमुई जिले के गिद्धौर में हुआ था। वह एक ऐसे परिवार से आती हैं, जिसकी जड़ें खेल और राजनीति दोनों में गहरी हैं। श्रेयसी दिवंगत दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह की बेटी हैं, जिन्होंने चंद्रशेखर और अटल बिहारी वाजपेयी की केंद्र सरकारों में मंत्री के रूप में कार्य किया था। उनकी मां पुतुल कुमारी भी बांका से सांसद रह चुकी हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि राजनीतिक उत्तराधिकार उन्हें विरासत में मिला है।
पारिवारिक पृष्ठभूमि और राष्ट्रीय पहचान
श्रेयसी के दादा, कुमार सुरेंद्र सिंह, राष्ट्रीय राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रहे थे। वहीं, उनके पिता दिग्विजय सिंह बांका लोकसभा से कई बार सांसद चुने गए और केंद्र सरकार में विदेश राज्य मंत्री तथा रेल राज्यमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद संभाले। दिग्विजय सिंह भी राष्ट्रीय राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रह चुके थे, जो परिवार के खेल और राजनीति के प्रति गहरे जुड़ाव को दर्शाता है।
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मां ने संभाली थी राजनीतिक कमान
दिग्विजय सिंह ने पहले जनता दल, समता पार्टी और जेडीयू में काम किया और 2009 में बांका से निर्दलीय सांसद बने। उनके निधन के बाद 2010 के उपचुनाव में श्रेयसी की मां पुतुल कुमारी ने बांका से निर्दलीय सांसद बनकर परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया था।
अंतर्राष्ट्रीय फलक पर शूटिंग में शानदार प्रदर्शन
राजनीति में कदम रखने से पहले, श्रेयसी सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में भारत का नाम रौशन किया। उनकी उपलब्धियाँ उन्हें एक सम्मानित एथलीट के रूप में स्थापित करती हैं:
राष्ट्रमंडल खेलों में मेडल की बारिश:
- साल 2014 के ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने रजत पदक जीता।
- 2018 के गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में महिलाओं की डबल ट्रैप स्पर्धा में उन्होंने देश के लिए स्वर्ण पदक हासिल किया।
अन्य अंतर्राष्ट्रीय सफलताएं और सम्मान: उन्होंने एशियन गेम्स और अन्य वैश्विक प्रतियोगिताओं में भी भारत को पदक दिलाए हैं। खेल के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें 2018 में भारत के प्रतिष्ठित खेल सम्मान, अर्जुन पुरस्कार, से सम्मानित किया गया था।
जमुई विधानसभा का प्रतिनिधित्व
- पहली बार विधानसभा चुनाव में जीत: 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें जमुई सीट से टिकट दिया। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के तत्कालीन विधायक विजय प्रकाश को हराकर पहली बार विधायक बनीं।
- लगातार दूसरी बार प्रचंड जीत और कैबिनेट में शामिल: 2025 के चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर उन पर विश्वास जताया। इस बार उन्होंने आरजेडी के मोहम्मद शमशाद आलम को लगभग 54 हजार वोटों के बड़े अंतर से पराजित किया और यह जीत उनकी बढ़ती राजनीतिक स्वीकार्यता को दर्शाती है। इस प्रचंड चुनावी सफलता के बाद, अब उन्हें नीतीश कैबिनेट में शामिल कर लिया गया है, जो बिहार के शासन में उनकी महत्वपूर्ण भागीदारी की शुरुआत है।
