Shubhanshu Shukla Return: शुभांशु शुक्ला अपनी अंतरिक्ष यात्रा पूरी करने के बाद आज धरती पर वापसी करेंगे। दरअसल, बीते दिन शुभांशु और एक्सिओम-4 मिशन के उनके तीन साथी 10 मिनट की देरी से सोमवार शाम 4.45 बजे (भारतीय समयानुसार) अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से धरती के लिए रवाना हुए थे। बता दें कि ये और इनकी साथी करीब 22.5 घंटे का सफर पूरा करने के बाद आज यानी 15 जुलाई को दोपहर 3 बजे (भारतीय समयानुसार) कैलिफोर्निया के समुद्री तट पर लैंडिंग करेंगे।
नासा ने रवानगी का किया लाइव प्रसारण
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अंतरिक्ष स्टेशन से शुभांशु के साथ-साथ उनके 3 साथियों की रावानगी का लाइव प्रसारण दिखाया। इस यात्रा में वापसी के दौरान इनके साथ एक्सिओम-4 की मिशन कमांडर पैगी व्हिटसन, मिशन विशेषज्ञ पोलैंड के स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू भी थे।
पृथ्वी की 288 बार परिक्रमा
शुभांशु और उनके तीनों साथियों ने आईएसएस में पहले से मौजूद दूसरे अंतरिक्ष यात्रियों को गले लगाया और हाथ मिलाने के बाद धरती पर वापसी के लिए ड्रैगन में सवार हो गए। इससे पहले रविवार को विदाई भाषण में शुभांशु ने कहा था कि जल्द ही धरती पर मुलाकात करते हैं। 26 जून को आईएसएस पहुंचे शुभांशु ने 18 दिनों के इस सफर पर पृथ्वी की 288 बार परिक्रमा की। अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले शुभांशु दूसरे भारतीय हैं। उनसे पहले 1984 में राकेश शर्मा अंतरिक्ष में गए थे और इतिहास रचा था।
परिवार को बेसब्री से इंतजार
शुभांशु के परिवार को उनकी धरती पर वापसी का बेसब्री से इंतजार है। परिवार में उनकी सुरक्षित वापसी की खुशियाँ छाई हुई हैं और वे उनके सुरक्षित लौटने के लिए लगातार प्रार्थना कर रहे हैं। वहीं, केंद्रीय विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया पर शुभांशु का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए लिखा, “शुभांशु, आपका स्वागत है। पूरा देश आपके घर वापस आने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।”
अंतरिक्ष में भारत को नई पहचान

शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा केवल एक मिशन नहीं, बल्कि भारत की अंतरिक्ष क्षेत्र में नई पहचान स्थापित करने वाला कदम है। वे पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री नहीं हैं, लेकिन उनकी इस उपलब्धि ने साफ कर दिया है कि भारत अब अंतरिक्ष अन्वेषण की अग्रिम पंक्ति में खड़ा है। उनकी सफल वापसी का पूरा देश बेसब्री से इंतजार कर रहा है और इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहा है।

