Sikkim Landslide: पूर्वोत्तर भारत में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। सिक्किम में 1 जून 2025, रविवार शाम को हुए एक बड़े लैंडस्लाइड (भूस्खलन) ने तबाही मचा दी। यह हादसा राज्य के एक आर्मी कैंप में हुआ, जहां तीन लोगों की मौत हो गई और नौ जवान लापता हो गए हैं।लैंडस्लाइड इतना भीषण था कि सेना का कैंप मलबे की चपेट में आ गया। राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू किया गया, लेकिन खराब मौसम और दुर्गम इलाके के कारण ऑपरेशन में मुश्किलें आ रही हैं।
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मृतकों की पहचान अभी नहीं हो पाई
इस हादसे में अब तक तीन शव बरामद किए जा चुके हैं, लेकिन उनकी पहचान फिलहाल नहीं हो पाई है। यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि मृतकों में सभी जवान हैं या कुछ स्थानीय नागरिक भी शामिल हैं।लापता नौ जवानों की तलाश के लिए सेना और स्थानीय प्रशासन ने संयुक्त सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। सेना के विशेष राहत दस्ते, खोजी कुत्ते और आधुनिक उपकरणों की मदद से मलबे में दबे लोगों की तलाश की जा रही है।
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भारी बारिश बनी हादसे की वजह
सिक्किम सहित पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है, जिसके कारण पहाड़ों में जमीन खिसकने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। पहाड़ी इलाकों में जलभराव, सड़क अवरुद्ध होने और संचार व्यवस्था बाधित होने की घटनाएं भी सामने आई हैं।विशेषज्ञों के अनुसार, भूस्खलन का खतरा तब और बढ़ जाता है जब बारिश लगातार कई दिनों तक होती है और मिट्टी का कटाव तेज हो जाता है। सेना के कैंप जिस क्षेत्र में स्थित थे, वह पहाड़ी और संवेदनशील भूभाग में आता है।
सर्च ऑपरेशन जारी, सेना और प्रशासन अलर्ट
सैनिकों की तलाश में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है। सेना के जवान, राज्य आपदा मोचन बल (SDRF), और अन्य एजेंसियां मिलकर इस अभियान को अंजाम दे रही हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में और बारिश की चेतावनी दी है, जिससे ऑपरेशन और भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है।प्रशासन ने लोगों से आग्रह किया है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और बिना जरूरी कारण के पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा से बचें।