Muzaffarnagar Accident: बुधवार सुबह मुजफ्फरनगर के पानीपत-खटीमा हाईवे पर एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ जिसमें एक परिवार के 6 सदस्यों की मौत हो गई। यह हादसा तितावी इलाके के पास हुआ, जब तेज रफ्तार में चल रही एक 14 फीट लंबी अर्टिगा कार हाईवे किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई। हादसे में तीन महिलाएं और तीन पुरुषों की मौत हुई है। कार में कुल 7 लोग सवार थे, जिनमें से 5 की मौके पर ही जान चली गई, एक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया और एक गंभीर रूप से घायल है।
हादसे का पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार, हादसे की चपेट में आए लोग करनाल के फरीदपुर के रहने वाले थे। वे हरिद्वार जा रहे थे ताकि कैंसर से निधन हुए महेंद्र जुनेजा की अस्थियों को गंगा नदी में विसर्जित किया जा सके। महेंद्र जुनेजा की हाल ही में मृत्यु हुई थी और उनका परिवार अंतिम संस्कार के बाद अंतिम क्रिया के लिए निकला था।कार में मृतकों में महेंद्र की पत्नी, उनका एक बेटा, दो बहनें, एक जीजा और चालक शामिल थे। ये सभी एक ही परिवार के सदस्य थे जो गंगा में अंतिम संस्कार के लिए जा रहे थे।
हादसा कैसे हुआ?
पुलिस के अनुसार, बुधवार सुबह लगभग 6 बजे तेज गति से चल रही अर्टिगा कार अचानक नियंत्रण खो बैठी और हाईवे किनारे खड़े एक भारी ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार लगभग आधी रह गई। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई और आसपास के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे।
स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और पुलिस ने भी तुरंत मौके पर पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। स्थानीय लोगों और पुलिस के संयुक्त प्रयास से सभी कार सवारों को बाहर निकाला गया। लेकिन अधिकांश घायल पहले ही दम तोड़ चुके थे।हादसे में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है जिसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल प्रशासन ने उसकी हालत को नाजुक बताया है और इलाज जारी है। अन्य मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
प्रशासन और पुलिस की प्रतिक्रिया
मुजफ्फरनगर पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारीयों ने कहा कि तेज रफ्तार और हाईवे पर लापरवाही हादसे का मुख्य कारण हो सकता है। मृतकों के परिवार को पुलिस और प्रशासन की तरफ से हर संभव मदद दी जा रही है।मुजफ्फरनगर के इस दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया है। एक परिवार की खुशी की अंतिम यात्रा यह हादसा ऐसे ही दर्दनाक और दुखद रूप में बदल गई। अधिकारियों से अपील है कि हाईवे पर सड़क सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन किया जाए ताकि ऐसे हादसे दोबारा न हों।
