Punjab Floods: पंजाब सरकार ने मंगलवार को राज्य के सभी 23 जिलों को बाढ़ प्रभावित घोषित कर दिया। अधिकारियों के अनुसार, बाढ़ की चपेट में आने से अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है और 3,54,626 लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य के बांधों के जलाशय पूरी क्षमता से भरे हुए हैं, जबकि नदियां खतरे के निशान पर बह रही हैं, जिससे कई जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा
इस बीच, राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अलग-अलग प्रभावित इलाकों का दौरा किया। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नाव से फिरोजपुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया, जबकि राज्यपाल कटारिया ने फिरोजपुर और तरनतारन के गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों का अवलोकन किया।
मुआवजे और फंड की मांग को लेकर जताई चिंता
बताते चले कि, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान के लिए दिए जाने वाले मामूली मुआवजे पर चिंता व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार से राहत मानदंडों में वृद्धि की मांग की। उन्होंने पंजाब के बकाया 60,000 करोड़ रुपये के फंड को जारी करने की पुनः मांग की और स्पष्ट किया कि यह राज्य के अधिकारों की मांग है, भीख नहीं।
स्थायी जमीन अधिकारों की मांग का समर्थन
राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने स्थानीय किसानों की जमीन पर स्थायी मालिकाना हक़ की मांग का समर्थन किया, ताकि उन्हें फ़सल नुकसान का मुआवजा और सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि यह मामला मुख्यमंत्री के ध्यान में लाया जाएगा और इसका स्थायी समाधान खोजने का प्रयास किया जाएगा।
बाढ़ प्रभावित इलाकों की संख्या बढ़ी
कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडियन ने बताया कि बाढ़ का कहर अब राज्य के सभी 23 जिलों में फैल गया है। उन्होंने बताया कि अब तक 1,400 गांव प्रभावित घोषित किए गए हैं और लगभग 20,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा चुका है। मंत्री हरदीप सिंह मुंडियन ने कहा कि 1,48,590 हेक्टेयर खड़ी फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। सबसे अधिक प्रभावित जिलों में गुरदासपुर, मानसा, अमृतसर, कपूरथला, फिरोजपुर, तरनतारन और होशियारपुर शामिल हैं।
बचाव और राहत कार्य में जुटी टीमें
प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ की 23 टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हैं। इसके अलावा, सेना, वायुसेना और नौसेना ने 12 टुकड़ियां, दो इंजीनियर टुकड़ियाँ और लगभग 35 हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं। सीमा सुरक्षा बल (BSF) भी सीमावर्ती जिलों में ज़मीनी सहायता प्रदान कर रहा है। राहत सामग्री की आपूर्ति और निकासी के लिए 114 नावों और एक सरकारी हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
स्वास्थ्य सेवाओं को सुनिश्चित करने का प्रयास
स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में 818 मेडिकल टीमें तैनात की गई हैं। उनका कहना है कि राज्य सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति चिकित्सा सुविधा से वंचित न रहे और सभी को समय पर स्वास्थ्य सेवाएं मिलें।
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