SMS Security: SMS से बढ़ रहा खतरा, क्यों WhatsApp है ज्यादा सुरक्षित विकल्प

डिजिटल दौर में FBI ने चेतावनी दी है कि पारंपरिक SMS अब सुरक्षित नहीं रहा। बदलते साइबर नियम और इंटरसेप्शन के बढ़ते खतरे इसे जोखिम भरा बनाते हैं। इसलिए विशेषज्ञ WhatsApp जैसे एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप्स का उपयोग करने की सलाह दे रहे हैं।

Neha Mishra
FBI ने बताया क्यों WhatsApp है ज्यादा सुरक्षित विकल्प
FBI ने बताया क्यों WhatsApp है ज्यादा सुरक्षित विकल्प

SMS Security: आज के डिजिटल दौर में मैसेजिंग के तरीके लगातार बदल रहे हैं। हाल ही में अमेरिका की जांच एजेंसी FBI ने एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है, जिसमें बताया गया है कि पारंपरिक SMS भेजना अब पहले जितना सुरक्षित नहीं रहा। साइबर सुरक्षा में हो रहे नए बदलाव और अंतरराष्ट्रीय नियमों की कठोरता ने टेक्स्ट मैसेजिंग के खतरे और बढ़ा दिए हैं। यही वजह है कि विशेषज्ञ अब लोगों को सुरक्षित और एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप्स अपनाने की सलाह दे रहे हैं।

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SMS क्यों नहीं है सुरक्षित?

SMS एक पुरानी तकनीक पर आधारित है, जिसमें एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन नहीं होता। इसका मतलब है कि आपका संदेश नेटवर्क के कई बिंदुओं से गुज़रता है और इन रास्तों पर इसे इंटरसेप्ट करना या चोरी करना अपेक्षाकृत आसान होता है। साइबर अपराधी अक्सर इसी कमी का फायदा उठाते हैं और संदेशों को ट्रैक कर लेते हैं।

FBI ने स्पष्ट किया है कि SMS को इंटरसेप्ट करना बेहद आसान है, इसलिए यह अब सुरक्षित संचार का भरोसेमंद माध्यम नहीं माना जा सकता। यही वजह है कि यह एजेंसी बार-बार यूजर्स को पारंपरिक टेक्स्टिंग से दूरी बनाने की सलाह दे रही है।

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एन्क्रिप्शन की कमी बढ़ा रही है खतरा

 FBI ने बताया क्यों WhatsApp है ज्यादा सुरक्षित विकल्प
FBI ने बताया क्यों WhatsApp है ज्यादा सुरक्षित विकल्प

अमेरिका की साइबर सुरक्षा एजेंसी CISA भी कई बार कह चुकी है कि उपयोगकर्ताओं को ऐसे मैसेजिंग प्लेटफॉर्म चुनने चाहिए जो पूरी तरह एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हों। इस तकनीक में संदेश केवल भेजने वाले और प्राप्त करने वाले के बीच सुरक्षित रहता है। नेटवर्क प्रदाता, सरकारें या कोई भी तीसरा पक्ष इसे पढ़ नहीं सकता। इसके विपरीत, SMS में यह सुरक्षा मौजूद नहीं होती, जिससे इसे बीच रास्ते में मॉनिटर करना आसान हो जाता है। यही बात इसे साइबर सुरक्षा के लिहाज से सबसे कमजोर बनाती है।

यूरोप के नए नियमों से बढ़ी चिंता

यूरोप में हाल ही में लागू किए गए नए डिजिटल नियमों ने लोगों की चिंता और बढ़ा दी है। इन कानूनों के तहत, कंपनियों को गैर-एन्क्रिप्टेड मैसेज को स्कैन करना पड़ सकता है ताकि अवैध गतिविधियों का पता लगाया जा सके। Electronic Frontier Foundation (EFF) जैसी संस्थाओं का कहना है कि यह कदम आम लोगों की प्राइवेसी के लिए बड़ा खतरा है, क्योंकि इससे बड़े पैमाने पर निजी संदेशों की निगरानी का खतरा पैदा हो सकता है।

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WhatsApp और Signal क्यों हैं बेहतर विकल्प?

साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ लगातार ऐसे प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करने की सलाह दे रहे हैं, जो मजबूत सुरक्षा देते हों।
WhatsApp और Signal जैसे ऐप्स में:

  • एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन
  • सुरक्षित क्रॉस-प्लेटफॉर्म मैसेजिंग
  • डेटा प्राइवेसी प्रोटेक्शन
  • अतिरिक्त सुरक्षा फीचर्स (जैसे दो-स्तरीय सुरक्षा, स्क्रीन सुरक्षा आदि)

उपलब्ध होते हैं, जो इन्हें पारंपरिक SMS से कई गुना सुरक्षित बनाते हैं।

RCS भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं

क्यों WhatsApp है ज्यादा सुरक्षित विकल्प
क्यों WhatsApp है ज्यादा सुरक्षित विकल्प

Google द्वारा विकसित RCS तकनीक को SMS का आधुनिक रूप माना जा रहा है, लेकिन इसमें अभी भी कई सुरक्षा सीमाएं हैं।खासतौर पर, Apple ने RCS को पूरी तरह अपनाया नहीं है, जिसके कारण Android और iPhone के बीच भेजे जाने वाले संदेश पहले जितने सुरक्षित नहीं होते।

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