देश को विभाजित करने वाले जयचंद व मीरजाफर जैसे पापी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
तात्कालिक लॉलीपॉप से नहीं हो सकता समाज और देश का कल्याण : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
सत्ता में मौका मिलने पर सिर्फ परिवार के बारे में ही सोचते हैं देश तोड़क तत्व : सीएम योगी
सैनिक स्कूल गोरखपुर में देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत ऑडिटोरियम का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया उद्घाटन
जनरल रावत की प्रतिमा का अनावरण कर मुख्यमंत्री ने अर्पित किए श्रद्धा सुमन, प्रदर्शनी का किया अवलोकन
पीएम मोदी के पंच प्रण को जीवन के शाश्वत मंत्र के रूप में अपनाएं नागरिक : मुख्यमंत्री
गोरखपुर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जाति, क्षेत्र और भाषा के नाम पर समाज और देश को विभाजित करने वालों से सावधान रहने का आह्वान करते हुए कहा कि ऐसे लोग जयचंद और मीरजाफर जैसा पाप कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि की तोड़ने के लिए बहुत से लोग हैं। कोई जाति के नाम पर, कोई क्षेत्र और कोई भाषा के नाम पर बांट रहा है। समाज और देश तोड़क इन तत्वों को जब सत्ता में आने मौका मिलता है तो वे सिर्फ अपने और परिवार के बारे में सोचते हैं। परिवार के लिए प्रॉपर्टी, विदेश में होटल और द्वीप खरीदते हैं। ऐसे लोग देश को दरिद्र करने का षड्यंत्र करते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा जाति, क्षेत्र आदि के नाम के तात्कालिक लॉलीपॉप से समाज और देश का कल्याण नहीं हो सकता। देश का कल्याण तभी होगा जब भेदभाव नहीं होगा, सबमें एकता होगी।
सीएम योगी मंगलवार को सैनिक स्कूल गोरखपुर में देश के पहले सीडीएस (चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ) जनरल बिपिन रावत के नाम पर बने एक हजार से अधिक की क्षमता के ऑडिटोरियम के उद्घाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा का भी अनावरण किया और महान सैन्य नायक को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। जनरल बिपिन रावत की चौथी पुण्यतिथि के अवसर पर इस प्रतिमा की स्थापना जीबीआर मेमोरियल फाउंडेशन ऑफ इंडिया की तरफ से कराई गई है। मुख्यमंत्री ने जनरल बिपिन रावत के जीवन पर आधारित एक पुस्तिका का भी विमोचन किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जनरल बिपिन रावत के व्यक्तित्व और राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा को याद किया तथा देश के समसामयिक हालात पर भी चर्चा करते हुए विकसित भारत बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिलाए गए पंच प्रणों को अपनाने की अपील की। मुख्यमंत्री ने जनरल बिपिन रावत को पंच प्रण के प्रति समर्पित योद्धा बताते हुए कहा कि हम सभी को पंच प्रणों को जीवन के शाश्वत मंत्र के रूप में अपनाना होगा।
सीएम योगी ने कहा कि आजादी के अमृत वर्ष 2022 में प्रधानमंत्री मोदी ने आह्वान किया था कि आजादी के शताब्दी वर्ष तक हमें कैसा भारत चाहिए, इसके लिए एक कार्ययोजना बनाकर आगे बढ़ना होगा। उन्होंने सवाल किया कि क्या कोई सच्चा भारतीय गरीब, असुरक्षित या कमजोर भारत चाहता होगा? इसका जवाब भी उन्होंने खुद दिया और कहा कि एक सच्चा भारतीय मजबूत, विकसित और आत्मनिर्भर भारत ही चाहेगा। अगर कोई व्यक्ति ऐसा नहीं चाहता है तो वह सच्चा भारतीय हो ही नहीं सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत को अगर विकसित और सुरक्षित बनाना है तो पीएम मोदी द्वारा दिए गए पंच प्रणों को जीवन का हिस्सा बनाना होगा।
विरासत और परंपरा को नजरअंदाज करके प्रगति नहीं कर सकता समाज
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी के पहले प्रण ‘विरासत पर गौरव की अनुभूति’ का उल्लेख करते हुए कहा कि हमें अपने वीर सैनिकों, महापुरुषों को का सम्मान करना होगा। श्रीराम, श्रीकृष्ण, महाराणा प्रताप, छत्रपति वीर शिवाजी, गुरु गोविंद सिंह, रानी लक्ष्मीबाई की विरासत और परंपरा पर गर्व करना होगा। अपनी विरासत और परंपरा को नजरअंदाज करके समाज प्रगति नहीं कर सकता। इसमें किसी भी तरह की असमंजस की स्थिति नहीं होनी चाहिए।
विदेशी आक्रांता नहीं हो सकता महान
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री के दूसरे प्रण ‘गुलामी के अंशों को सर्वथा समाप्त करना’ का जिक्र करते हुए कहा कि हमें गुलामी की मानसिकता को जड़ से उखाड़ फेंकना होगा। देश में बनी चीज खराब और विदेशी विदेशी ही अच्छा है, इस सोच को तिलांजलि देनी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपने बल पर सबकुछ देश में ही खड़ा करके दिखाएंगे, हमें इस मानसिकता के साथ आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि देश और उत्तर प्रदेश इस दिशा में तेजी से आगे बढ़े हैं। पीएम मोदी के दूसरे प्रण को और विस्तार से समझाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सिकंदर को महान क्यों कहें? हमारे लिए महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी, जनरल बिपिन रावत और परमवीर चक्र विजेता सैनिक महान हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए विदेशी आक्रांता महान नहीं हो सकता।
सेना के जवानों की वजह से मिलती है चैन की नींद
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के तीसरे प्रण ‘सैन्यबलों के प्रति सम्मान भाव’ की चर्चा करते हुए कहा कि हम अपने घरों में चैन से इसलिए सो पाते हैं कि सेना के जवान देश की सीमा पर रखवाली करते हैं। अर्धसैनिक बल पैट्रोलिंग करते हैं और पुलिस के जवान मेहनत करते हैं। उन्होंने यह भी समझाया कि एक व्यक्ति की गलती से पूरी फोर्स खराब नहीं हो जाती। हमें जवानों के प्रति श्रद्धा और सम्मान का भाव रखना होगा।
हर नागरिक के मन में हो भारतीयता का भाव
चौथे प्रण ‘सामाजिक एकता’ के सूत्र को समझाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की प्रगति तभी होगी, कल्याण तभी होगा जब समरस समाज की स्थापना होगी। हर नागरिक के मन में भारतीयता का भाव होगा। जिसके मन में भारतीयता का भाव नहीं है वह देश का नहीं बल्कि पराया है। सीएम ने बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के एक वक्तव्य का उल्लेख करते हुए कहा कि बाबा साहब ने कहा था कि सबसे पहले और सबसे अंत में भी मेरी पहचान एक भारतीय की है।
वही देश महान जहां नागरिक अपने कर्तव्यों के प्रति सजग
पांचवें प्रण ‘नागरिक कर्तव्य’ की विस्तार से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के बाद अधिकारों के संरक्षण की बात तो खूब हुई लेकिन उसकी तुलना में नागरिक कर्तव्यों की चर्चा नहीं हुई। उन्होंने नागरिक कर्तव्यों की सजगता को लेकर देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का उदाहरण दिया। कहा कि जनरल रावत कहते थे कि विपरीत परिस्थितियों में भी सेना द्वारा देश की सुरक्षा के लिए मोर्चा इसलिए ले पाती है कि वह कर्तव्य के प्रति सचेत है। वह कार्य करती है, परिणाम की चिंता नहीं करती। मुख्यमंत्री ने कहा कि वही देश महान बनता है जहां नागरिक अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहते हैं।
ट्रेड यूनियन जहां विकसित हुई, व्यवस्था को नष्ट किया
नागरिक कर्तव्यों के प्रति सजग होने का आह्वान करने के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्रेड यूनियन का भी उल्लेख किया। कहा कि ट्रेड यूनियन जहां भी विकसित हुई, वहां उसने व्यवस्था को नष्ट कर दिया। हमारी मांगें पूरी हों, चाहे जो मजबूरी हो, यह हमारा नारा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि गोरखपुर का खाद कारखाना 1990 के पहले चालू था। 1990 में यहां ट्रेड यूनियन की बीमारी घुसी और यह हमेशा के लिए बंद हो गया। उन्होंने 1996 से लेकर 2016 तक, 20 वर्षों निरंतर संघर्ष किया। सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ी तब जाकर यहां नया खाद कारखाना शुरू हो पाया। अब यहां का कारखाना पहले से तीन गुना अधिक उत्पादन करता है।
यूपी के सैनिक स्कूल में बालिकाओं के लिए किया आरक्षण का प्रावधान
अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक गोरखपुर के सैनिक स्कूल की चर्चा करते हुए कहा कि यह सैनिक स्कूल सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त है। यहां बालकों के साथ ही बालिकाओं के लिए भी आवासीय व्यवस्था में अध्ययन की सुविधा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2018 में उन्होंने यूपी के सैनिक स्कूल में बालिकाओं के लिए अलग से आरक्षण शुरू किया। वर्तमान में गोरखपुर सैनिक स्कूल में 75 बालिकाएं और 235 बालक, कुल 310 कैडेट्स शिक्षा और प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर के सैनिक स्कूल का उद्घाटन उन्होंने तत्कालीन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से कराया था जो खुद सैनिक स्कूल के पूर्व छात्र रहे हैं। गोरखपुर आगमन पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू भी इस सैनिक स्कूल के बच्चों के अनुशासन से बेहद प्रभावित और प्रफुल्लित हुई थीं।
अनुशासन के बगैर जीवन में घुस जाता है दुशासन
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों सहित सभी लोगों को अनुशासित रहने की प्रेरणा देते हुए कहा कि अनुशासन के बगैर जीवन में दुशासन घुस जाता है। हमें अपने जीवन में दुशासन को घुसने से रोकना होगा। उन्होंने कहा कि जीवन को अनुशासित बनाए रखना है तो हमें जनरल बिपिन रावत से प्रेरणा लेनी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीमद्भागवत का एक श्लोक है कि युद्धभूमि में बलिदान होंगे तो स्वर्ग का भोग करोंगे, और यदि जीत जाओगे तो धरती पर राज करोगे। यह हर सैनिक के साथ प्रत्येक नागरिक पर लागू होती है।
जनरल बिपिन रावत में था मातृभूमि के प्रति समर्पण का भाव
इस अवसर पर सीएम योगी ने देश के पहले की ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जनरल बिपिन रावत में मातृभूमि के प्रति समर्पण का भाव दिखता था। उनमें देश के प्रति हृदय को छू लेने वाला भावात्मक लगाव था। भारत की तीनों सेनाओं के प्रमुख के रूप में जनरल बिपिन रावत के नेतृत्व में सेना ने कई महत्वपूर्ण सैन्य आपरेशन किए तथा सेना में कई महत्वपूर्ण सुधार भी किए गये। जनरल बिपिन रावत में सहजता व सरलता थी जो सभी के हृदय को छू जाती थी। उन्होंने कहा कि मुझे आनंद की अनुभूति हो रही है कि आज प्रदेश ने उनकी सेवा और समर्पण को नमन करते हुए उनकी स्मृति को गोरखपुर के सैनिक स्कूल के साथ जोड़ा है। उनके नाम पर सैनिक स्कूल में बना ऑडिटोरियम राष्ट्र के प्रति योगदान को स्मरण करने का अवसर है।
हर वर्ष 8 दिसंबर को जनरल रावत की स्मृति में प्रेरणा दिवस मनाए सैनिक स्कूल
सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर सैनिक स्कूल का यह दायित्व है कि वह प्रत्येक वर्ष 8 दिसंबर को जनरल बिपिन रावत के साथ-साथ देश के लिए शहादत देनेे वाले अन्य बलिदानियों की शहादत को स्मरण कर उनका नमन करे। इस दिवस को प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया जाए। स्कूल के कैडेटों में राष्ट्रभक्ति और जीवन के उच्च आदर्शो को परिपूर्ण करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन हो। उन्होंने आज के कार्यक्रम के लिए जनरल बिपिन फाउंडेशन के सभी पदाधिकारियों और उनकी दोनों पुत्रियों कृतिका व तारिणी रावत का आभार जताते हुए कहा कि किसी भी पुत्री के लिए यह गौरव की बात है कि उसके पिता देश के लिए बलिदान हुए।
स्वर्ण अक्षरों में दर्ज रहेगा जनरल बिपिन रावत का योगदान : ले. जनरल विकास लखेड़ा
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित असम राइफल्स के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा ने कहा कि सैन्य सेवा के जरिये जनरल बिपिन रावत का देश हित में योगदान स्वर्ण अक्षरों में दर्ज रहेगा। वह बिना भय अपनी बात रखने वाले बेबाक इंसान थे। उन्होंने कहा कि सैनिक जीवन में भावुकता का रिश्ता बहुत महत्वपूर्ण होता है। जनरल रावत इसे खूब समझते थे। उन्होंने कठोरता और संयम के बीच समन्वय बनाते हुए कभी दूसरों की भावनाओं को आहत नहीं होने दिया। उन्होंने जो राह बनाई वह सभी सैनिकों के लिए आदर्श और प्रेरक है। उन्होंने गोरखपुर में सैनिक स्कूल और उसमें भी जनरल बिपिन रावत के नाम पर ऑडिटोरियम की सौगात देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताते हुए कहा कि इस सैनिक स्कूल के परिसर में आते ही उन्हें अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर जैसे स्थान पर आने का एहसास हुआ। श्री लखेड़ा ने कहा कि इससे बढ़िया ऑडिटोरियम किसी और स्कूल में नहीं होगा। उन्होंने सैनिक स्कूल के विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि आपकी सफलता ही जनरल बिपिन रावत को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
जनरल रावत की स्मृति में मिला ऑडिटोरियम का उपहार स्मरणीय: आरकेएस भदौरिया
जनरल बिपिन रावत ऑडिटोरियम के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए जीबीआर मेमोरियल फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष एवं पूर्व वायुसेना प्रमुख सेवानिवृत्त एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा कि देश के पहले सीडीएस स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत की स्मृति में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सैनिक स्कूल को दिया गया ऑडिटोरियम का उपहार, सदैव स्मरणीय रहेगा। उनकी चौथी पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में यह योगी जी की तरफ से सच्ची श्रद्धांजलि है। इससे जनरल बिपिन रावत के नाम से वर्तमान और भावी पीढ़ी को प्रेरणा मिलती रहेगी। पूर्व वायु लसेना प्रमुख श्री भदौरिया ने कहा कि स्वर्गीय जनरल रावत एक आदर्श सैनिक थे। उनका फोकस देश की तीनों सेनाओं के समन्वय और देश की रक्षा के लिए एकीकृत कार्ययोजना पर था। वह सिर्फ एक श्रेष्ठ युद्ध रणनीति कार ही नहीं थे बल्कि शांति और मानवीय मूल्यों के प्रति भी सजग रहे।
कार्यक्रम को महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव ने भी संबोधित किया। संचालन जीबीआर मेमोरियल फाउंडेशन के सचिव मंजीत नेगी और पुष्पगुच्छ देकर मुख्यमंत्री का स्वागत सैनिक स्कूल गोरखपुर के प्रधानाचार्य कर्नल डीएस चौहान ने किया। इस अवसर पर सैनिक स्कूल गोरखपुर के विद्यार्थियों ने देशभक्ति गीत की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने जनरल बिपिन रावत की पुत्रियों कृतिका और तारिणी रावत को स्मृति चिन्ह व शॉल भेंटकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, मत्स्य विकास मंत्री डॉ. संजय निषाद, जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह, विधायक फतेह बहादुर सिंह, श्रीराम चौहान, राजेश त्रिपाठी, विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह, डॉ. विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ला, सरवन निषाद, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारू चौधरी, भाजपा के जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, महानगर संयोजक राजेश गुप्ता सहित कई पूर्व व वर्तमान सैन्य अधिकारी तथा बड़ी संख्या में सैनिक स्कूल, केंद्रीय विद्यालय, आर्मी पब्लिक स्कूल के विद्यार्थी उपस्थित रहे।
