Sonam Raghuwanshi News: राजा रघुवंशी मर्डर केस में लंबे वक्त से सुर्खियों में रही सोनम रघुवंशी एक बार फिर चर्चा में है। इंदौर के रहने वाले राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में आरोपी सोनम पुलिस की गिरफ्त में है और अब उसकी साजिश की परतें धीरे-धीरे खुलती जा रही हैं। राजा के परिवार की मांग है कि उनके बेटे के कातिलों को फांसी दी जाए, लेकिन अब केस ने एक नया मोड़ ले लिया है।
शिलॉन्ग हनीमून ट्रिप से शुरू हुई हत्या की खौफनाक कहानी
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, राजा रघुवंशी की हत्या 23 मई को उस वक्त हुई, जब वह पत्नी सोनम के साथ हनीमून मनाने मेघालय के शिलॉन्ग पहुंचे थे। शुरुआती जांच में लगा कि राजा की हत्या हुई है और सोनम को अगवा कर लिया गया है। लेकिन, कुछ ही दिनों में मेघालय पुलिस को सोनम की साजिश के सुराग मिले और 8 जून को वह खुद पुलिस के सामने पेश हो गई।
पुलिस ने इस केस में सोनम, उसके प्रेमी राज कुशवाहा और उसके तीन दोस्तों—आकाश राजपूत, विशाल चौहान और आनंद कुर्मी को गिरफ्तार किया। पुलिस का दावा था कि सभी ने हत्या की बात कबूल कर ली है, लेकिन अब कोर्ट में कहानी पलटती नजर आ रही है।
कोर्ट में चुप्पी साध गए दो आरोपी, केस में नया मोड़
हाल ही में आरोपी आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। लेकिन दोनों ने चुप्पी साध ली और कोई बयान नहीं दिया। पुलिस का कहना है कि उनके पास इन आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं और अदालत में केस को मजबूत तरीके से पेश किया जाएगा।
मध्य प्रदेश से शिलॉन्ग तक फैली साजिश की कड़ियां
आकाश और आनंद, मध्य प्रदेश के निवासी हैं और राज कुशवाहा के बचपन के दोस्त भी। हत्या की प्लानिंग में ये दोनों शिलॉन्ग पहुंचे, जबकि राज खुद वहां नहीं गया। उसने दोस्तों को राजा की हत्या के लिए भेजा। सोनम ने राजा को सुनसान जगह पर बुलाया, जहां तीनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी और फिर ट्रेन से इंदौर लौट आए। राज कुशवाहा के एक और साथी विशाल सिंह चौहान ने न सिर्फ हत्या में मदद की बल्कि इंदौर में सोनम के लिए अपने नाम से एक फ्लैट भी किराए पर लिया। यह फ्लैट जानबूझकर ऐसी जगह तलाशा गया जहां लोगों की आवाजाही कम हो और कोई सीसीटीवी कैमरा न हो, ताकि पुलिस की नजर में न आएं।
राजा रघुवंशी मर्डर केस में कानूनी लड़ाई तेज
एसपी हर्बर्ट पिनियाड खारकोंगोर के अनुसार, आरोपी कोर्ट में बयान देने के लिए बाध्य नहीं हैं, लेकिन पुलिस के पास उनके खिलाफ तकनीकी और साक्ष्य आधारित मजबूत सबूत हैं। उनका कहना है कि आरोपियों की चुप्पी से पुलिस की जांच पर कोई असर नहीं पड़ेगा। राजा रघुवंशी मर्डर केस में अब कानूनी लड़ाई तेज हो चुकी है। जहां आरोपी कोर्ट में बयान देने से बच रहे हैं, वहीं पुलिस अपनी तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ रही। इस हाई प्रोफाइल केस का अगला अध्याय कोर्ट के फैसले पर निर्भर करेगा।