South America Earthquake: साउथ अमेरिका में ड्रेक पैसेज इलाके में शुक्रवार को जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, भूकंप की तीव्रता 7.4 मापी गई, जिसकी गहराई लगभग 36 किलोमीटर थी। यह क्षेत्र एक महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग है, जो दक्षिण-पूर्वी प्रशांत महासागर को दक्षिण-पश्चिमी अटलांटिक महासागर से जोड़ता है। इतनी तीव्रता का भूकंप बेहद विनाशकारी हो सकता है और आमतौर पर ऐसे मामलों में सुनामी की चेतावनी भी दी जाती है।
भूकंप की तीव्रता ने बढ़ाई चिंता
7.4 तीव्रता के भूकंप को सामान्य तौर पर अत्यधिक खतरनाक माना जाता है। इस तीव्रता के झटकों से इमारतें, पुल और सड़कें धराशायी हो सकती हैं। अगर भूकंप समुद्र के अंदर आता है तो सुनामी की आशंका और भी अधिक बढ़ जाती है। हालांकि अब तक किसी प्रकार की आधिकारिक सुनामी चेतावनी जारी नहीं की गई है, लेकिन विशेषज्ञ इस पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। ऐसे शक्तिशाली भूकंप अमेरिका में पहले भी दर्ज किए जा चुके हैं। खासकर अलास्का क्षेत्र में कई बार 8.0 से लेकर 9.0 तीव्रता तक के भूकंप महसूस किए गए हैं, जिनसे भारी तबाही हुई थी। उन भूकंपों के बाद बड़े पैमाने पर सुनामी आई थी और जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। इस बार भी साउथ अमेरिका में आए भूकंप की तीव्रता को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है।
तुर्की और जापान में भी भूकंप की मार
हाल के वर्षों में कई देशों ने बार-बार भूकंप की तबाही झेली है। कुछ सप्ताह पहले ही तुर्की में 6.1 तीव्रता के भूकंप ने तबाही मचाई थी, जिसमें कई इमारतें ढह गई थीं और अनेक लोग घायल हुए थे। वहीं, जापान में जब 8.0 तीव्रता का भूकंप आया था, तब तुरंत सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई थी। ये घटनाएं दर्शाती हैं कि इस तरह के भूकंप केवल एक देश की समस्या नहीं, बल्कि वैश्विक खतरा हैं। साउथ अमेरिका में ड्रेक पैसेज में आए इस शक्तिशाली भूकंप ने एक बार फिर भूगर्भीय गतिविधियों को लेकर चिंता बढ़ा दी है। राहत एजेंसियां संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार की जा रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले समय में ऐसी घटनाएं और बढ़ सकती हैं, इसलिए भूकंप-प्रवण क्षेत्रों में पहले से तैयारियां करना आवश्यक है।
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