South Korea rain: दक्षिण कोरिया के आपदा प्रबंधन कार्यालय ने जानकारी दी है कि देश के कई हिस्सों में लगातार मूसलाधार बारिश के चलते आई बाढ़ और भूस्खलनों में कम से कम 14 लोगों की जान चली गई है। यह आपदा पिछले कुछ दिनों से देश को प्रभावित कर रही है और अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।
लापता लोगों की तलाश जारी
सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, अभी भी 12 लोग लापता हैं, जिनकी तलाश में बचाव दल लगातार प्रयासरत हैं। आपातकालीन राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। इस बीच, प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है।रविवार को सामने आए वीडियो फुटेज में पर्यटन नगर गैप्योंग में लोग कीचड़ और मलबे के बीच से रास्ता बनाते नज़र आए। भूस्खलन के कारण सड़कें बंद हो गई हैं और इलाके में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
सियोल में भी खतरे की आशंका
देश के दक्षिणी और मध्य हिस्से इस प्राकृतिक आपदा से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। हालांकि अब बारिश थोड़ी कम हो गई है, लेकिन मौसम विभाग ने राजधानी सियोल और उत्तरी क्षेत्रों में फिर से भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।
बिजली आपूर्ति भी बाधित
बाढ़ के चलते हज़ारों सड़कें और इमारतें जलमग्न हो गई हैं। खेतों को भारी नुकसान हुआ है, और कई पशुओं के मरने की भी खबरें सामने आ रही हैं। भारी बारिश के कारण करीब 41,000 घरों की बिजली चली गई है और हजारों लोग अपने घरों से बेघर हो गए हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश के दक्षिणी हिस्से में स्थित सुन्चेओन काउंटी में सबसे ज़्यादा जानमाल का नुकसान हुआ है। यहां अब तक छह लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और सात लोग लापता हैं। प्रशासन लगातार राहत और पुनर्वास कार्य में जुटा हुआ है।
कई हिस्सों को गंभीर रूप से प्रभावित
सरकारी अधिकारियों ने बताया कि अब तक लगभग 10,000 नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राहत शिविरों में लोगों को भोजन, दवाई और जरूरी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं। दक्षिण कोरिया में बाढ़ और भूस्खलन से उत्पन्न आपदा ने देश के कई हिस्सों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। सरकार, आपदा प्रबंधन एजेंसियां और राहतकर्मी मिलकर हालात पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मौसम की चुनौती अभी भी बनी हुई है।

