SRMU: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी स्थित श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी (SRMU) पर प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है। शनिवार को एनिमल हाउस पर बुलडोजर चलाने के बाद रविवार को राजस्व विभाग की टीम यूनिवर्सिटी परिसर में पहुंची और नाप-जोख की। जांच में सामने आया कि यूनिवर्सिटी की कैंटीन का करीब तीन फीट हिस्सा ग्राम समाज की जमीन पर बना हुआ है।
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अतिक्रमण की रिपोर्ट तैयार
बताते चले कि, राजस्व टीम ने चिन्हित किए गए हिस्से पर रिपोर्ट तैयार कर ली है और जल्द ही इस पर भी बुलडोजर चलने की संभावना जताई जा रही है। रविवार को हुई इस कार्रवाई के बाद कैंपस में फिर हलचल बढ़ गई। शनिवार को प्रशासन ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में एनिमल हाउस को ढहा दिया था, जिसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन में खलबली मच गई थी।
2013 से उठ रहे हैं अवैध कब्जे के आरोप
आपको बता दे कि, SRMU पर 2013 से ही तालाब और सरकारी जमीन पर कब्जे के आरोप लगते रहे हैं। ग्राम प्रधान की शिकायत पर हुई राजस्व जांच में अतिक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके बाद तहसीलदार कोर्ट ने जुर्माना लगाते हुए कब्जा हटाने का आदेश जारी किया था। इसी आदेश के तहत शनिवार से प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की। बीते सोमवार को एबीवीपी और छात्रों के प्रदर्शन के दौरान हुए लाठीचार्ज ने इस मामले को और गरमा दिया था। एबीवीपी ने सरकारी जमीन पर कब्जे का मुद्दा जोर-शोर से उठाते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की थी। इसी दबाव और लगातार मिल रही शिकायतों के चलते प्रशासन ने यूनिवर्सिटी के खिलाफ बुलडोजर की कार्रवाई तेज कर दी।
25 गाटा संख्याएं विवादित, कार्रवाई होगी और तेज
रविवार को हुई नाप-जोख में कैंटीन का हिस्सा भी अवैध पाया गया। एडीएम न्यायिक राजकुमार शर्मा ने पहले ही साफ कर दिया है कि कुल 25 गाटा संख्याएं विवादित हैं। शनिवार को केवल एक जगह पर कार्रवाई की गई थी, जबकि बाकी गाटा संख्याओं पर भी चरणबद्ध तरीके से कार्रवाई की जाएगी। इससे यह साफ है कि आने वाले दिनों में SRMU पर प्रशासन का शिकंजा और कड़ा होगा।
