उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई जिलों में “I Love Mohammad” पोस्टर को लेकर चल रहे विवाद के बीच, समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद एसटी हसन ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि “आई लव मोहम्मद” कहना न तो कोई अपराध है और न ही इसमें कोई आपत्तिजनक बात है। यह हर मुसलमान का अधिकार है।
“I Love Mohammad” पर एसटी हसन का बयान
पूर्व सांसद ने कहा, “आई लव मोहम्मद हमारे सीने पर लिखा है। यह वह नाम है जिस पर कोई भी मुसलमान अपना सब कुछ कुर्बान कर सकता है। अगर कोई यह कह रहा है और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है, तो यह नाइंसाफी है।” उन्होंने आगे कहा कि जैसे कोई ‘जय श्री राम’ बोलता है और यह उसका अधिकार है, वैसे ही ‘आई लव मोहम्मद’ कहना भी अधिकार का हिस्सा है।
उल्लेखनीय है कि इस पोस्टर विवाद ने कानपुर, बरेली और उत्तराखंड के काशीपुर जैसे इलाकों में कानून व्यवस्था को प्रभावित किया है। कुछ स्थानों पर हिंसा और तोड़फोड़ की घटनाएं भी सामने आई हैं, जिसके बाद प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए कई लोगों को हिरासत में लिया है।
भारत-पाक मैच पर भी जताई नाराजगी
पूर्व सांसद एसटी हसन ने भारत और पाकिस्तान के बीच हुए एशिया कप मुकाबले पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर हाल ही में हुआ, पहलगाम की घटनाएं ताज़ा हैं, हमारी बहनों के आंसू अभी सूखे नहीं, और हम पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच खेल रहे हैं? यह कहां की संवेदनशीलता है?” उन्होंने दो टूक कहा कि “मैच दोस्तों के साथ होते हैं, न कि उन लोगों के साथ जो हमारे देश के खिलाफ साजिशें रचते हैं।” हाथ न मिलाने को लेकर की गई आलोचना पर भी उन्होंने सवाल उठाया और कहा, “अगर मैच ही नहीं खेलते तो हाथ मिलाने की जरूरत नहीं पड़ती।”
सट्टेबाजी और पैसे के खेल पर भी उठाए सवाल
एसटी हसन ने क्रिकेट मैचों में सट्टेबाजी और पैसे के लेन-देन पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “मैचों में करोड़ों की सट्टेबाजी होती है, इसमें सरकार और खिलाड़ियों को भी बड़ा पैसा मिलता है। लेकिन सब कुछ पैसा नहीं होता, देश का सम्मान सबसे ऊपर होता है।”
विवाद पर पक्ष-विपक्ष में जुबानी जंग जारी
जहां एक ओर कुछ संगठन “I Love Mohammad” पोस्टर को उकसावे का प्रयास मान रहे हैं, वहीं मुस्लिम नेताओं और धार्मिक संगठनों का कहना है कि यह धार्मिक भावना की अभिव्यक्ति है, और इसे अपराध बताना गलत है। राजनीतिक दलों में भी इसे लेकर बयानबाजी तेज है।
पूर्व सांसद एसटी हसन के बयान ने “I Love Mohammad” विवाद को एक नया मोड़ दे दिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि धार्मिक भावना की अभिव्यक्ति को दबाना संविधान और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के खिलाफ है। साथ ही भारत-पाक मैच जैसे मुद्दों पर उन्होंने देश की अस्मिता और सम्मान को सर्वोपरि रखने की बात कही है।
