Stock Market News: लगातार दूसरे दिन क्रैश हुआ बाजार, सेंसेक्स 438 अंक नीचे, जानिए कल कैसी रहेगी मार्केट की दिशा

रुपये की कमजोरी, विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली और अमेरिका-भारत व्यापार समझौते की अनिश्चितता ने बाजार में निवेशकों की धारणा को कमजोर कर दिया है।

Nivedita Kasaudhan
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लगातार दूसरे दिन क्रैश हुआ बाजार

Stock Market News: भारतीय शेयर बाजार पर दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। अमेरिकी फेडरल रिज़र्व की नीतिगत दरों पर होने वाली घोषणा से पहले निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया है। मंगलवार को बैंकिंग और तेल कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली का असर साफ दिखाई दिया, जिसके चलते बाजार लगातार दूसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुआ।

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सेंसेक्स और निफ्टी का हाल

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सेंसेक्स 436 अंकों की भारी गिरावट के साथ करीब दो सप्ताह के निचले स्तर 84,666.28 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह सूचकांक एक समय 719 अंक तक टूट गया था। इसी तरह निफ्टी भी कमजोर रहा और 120.90 अंक गिरकर 25,839.65 पर बंद हुआ। शुरुआती कारोबार में निफ्टी 25,728 के निचले स्तर तक फिसल गया था।

किन सेक्टरों में दबाव

बाजार में गिरावट का सबसे ज्यादा असर बड़े निजी बैंकों, तेल कंपनियों और आईटी शेयरों पर पड़ा। सेंसेक्स के घटक शेयरों में एशियन पेंट्स, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टाटा स्टील, मारुति सुजुकी, सन फार्मा, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस, अल्ट्राटेक सीमेंट, महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स में notable गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, इटर्नल, टाइटन, अदाणी पोर्ट्स, बीईएल, एसबीआई, बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी और भारती एयरटेल के शेयरों में मजबूती देखने को मिली और ये बढ़त के साथ बंद हुए।

विशेषज्ञों की राय

जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि बाजार फेडरल रिज़र्व की घोषणा से पहले सतर्क है। रुपये की कमजोरी, विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली और अमेरिका-भारत व्यापार समझौते की अनिश्चितता ने निवेशकों की धारणा को कमजोर किया है। नायर के अनुसार आईटी शेयरों के दबाव में बाजार नीचे आया, जबकि पीएसयू बैंक, रियल्टी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में मजबूती रही।

लेमन मार्केट्स के विश्लेषक गौरव गर्ग ने बताया कि भारी गिरावट के बाद बाजार में कुछ रिकवरी हुई। सेंसेक्स अपने निचले स्तर से लगभग 450 अंक ऊपर आया और निफ्टी फिर से 25,900 के ऊपर पहुंचा। इसके बावजूद दोनों सूचकांक अंत में लाल निशान पर ही बंद हुए। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर इसका असर कम दिखा। बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.60% बढ़ा, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स ने 1.27% की मजबूत बढ़त दर्ज की।

सेक्टोरल इंडेक्स और वैश्विक संकेत

आईटी सेक्टर सबसे ज्यादा 1.18% टूटा। टेक्नोलॉजी और ऑटो सेक्टर में क्रमशः 0.72% और 0.63% की गिरावट रही। एशियाई बाजारों से भी कमजोर संकेत मिले। हांगकांग, चीन और दक्षिण कोरिया के बाजार गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि जापान का निक्की लाभ में रहा। यूरोपीय बाजारों में शुरुआती मजबूती थी, लेकिन अमेरिकी बाजार सोमवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे।

एफआईआई और डीआईआई की गतिविधियां

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विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने सोमवार को 655.59 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 2,542.49 करोड़ रुपये की खरीदारी की।

कच्चे तेल का हाल

वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में भी मामूली गिरावट दर्ज की गई। ब्रेंट क्रूड 0.27% गिरकर 62.33 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

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