Viral Court News: यूपी के कौशांबी जिले में मंगलवार को एक ऐसा मामला सामने आया जिसने तहसील परिसर में मौजूद सभी लोगों को हैरान कर दिया। यहां एक 95 वर्षीय बुजुर्ग पर दबंगई और निर्माण कार्य में बाधा डालने का आरोप लगा था। जब उन्हें पेशी पर बुलाया गया तो परिवारवालों ने जो किया, उसने सभी को स्तब्ध कर दिया बुजुर्ग को चारपाई पर लादकर तहसील लाया गया।
घटना चायल तहसील की है। रोज की तरह मंगलवार को वकीलों के चैंबर में भीड़ थी और समाधान दिवस की कार्यवाही चल रही थी। तभी तहसील परिसर में कुछ लोग चारपाई उठाए हुए दिखाई दिए। पहले तो कई लोगों को लगा कि शायद वे गलती से किसी अस्पताल की ओर जाने के बजाय तहसील पहुंच गए हैं, लेकिन जल्द ही हकीकत सामने आई।
चारपाई पर बिस्तर से उठाकर लाए 95 वर्षीय जगपत सिंह
जानकारी के अनुसार, गांव के ही कुछ पड़ोसियों शुभम सिंह, भगत सिंह और मोतीलाल ने 95 वर्षीय जगपत सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप था कि वह उनके निर्माण कार्य में बाधा डाल रहे हैं और दबंगई दिखा रहे हैं। इस शिकायत पर जब अधिकारियों ने उन्हें पेश होने के लिए कहा, तो उनके बेटे करण सिंह ने अपनी पत्नी शकुंतला देवी, बेटे सौरभ और बेटी निशि के साथ मिलकर चारपाई पर पड़े पिता को कंधे पर उठाया और सीधे तहसील पहुंच गए।
“151 में भी कभी चालान नहीं हुआ”
करण सिंह ने बताया कि उनके पिता जगपत सिंह पिछले कई वर्षों से बिस्तर पर लाचार पड़े हैं, वह चलने-फिरने या खुद से पानी पीने तक में सक्षम नहीं हैं। उन्होंने कहा “इतनी उम्र में पिता पर कभी 151 तक में चालान नहीं हुआ। लेकिन गांव के कुछ लोग झूठा आरोप लगाकर उन्हें दबंग बता रहे हैं। इसी सच्चाई को दिखाने के लिए हम उन्हें चारपाई समेत मजिस्ट्रेट के सामने लाए हैं।”
मजिस्ट्रेट और वकील भी रह गए हैरान
जब चारपाई पर लेटे बुजुर्ग को उनके परिजन लेकर तहसील पहुंचे, तो वहां मौजूद मजिस्ट्रेट, वकील और अधिकारी कुछ पल के लिए स्तब्ध रह गए। किसी को यकीन नहीं हुआ कि जिस व्यक्ति पर दबंगई का आरोप लगाया गया है, वह खुद चलने-फिरने की हालत में भी नहीं है।
परिवार की पहल बनी चर्चा का विषय
तहसील परिसर में मौजूद लोगों के अनुसार, बुजुर्ग के बेटे और परिवार की यह पहल “हकीकत को जिंदा सबूत की तरह पेश करने” का उदाहरण है। लोगों ने कहा कि यह घटना प्रशासन के लिए भी एक सबक है कि शिकायतों की जांच बिना सत्यापन के नहीं होनी चाहिए। कौशांबी का यह मामला न केवल झूठे आरोपों की हकीकत उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कभी-कभी “सच को साबित करने के लिए चारपाई उठानी पड़ती है।” 95 वर्षीय जगपत सिंह की हालत देखकर अधिकारी खुद दंग रह गए और अब जांच में यह स्पष्ट हो चुका है कि बुजुर्ग पर लगाए गए आरोप बिलकुल निराधार हैं।
Read More: Jor Sahib Yatra: गुरु परंपरा को नमन, योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में ‘जोर साहिब यात्रा’ का किया स्वागत
